Amit Shah : गृह मंत्री अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ को बताया देश का सबसे सफल मुख्यमंत्री, यूपी को बनाया पावर हाउस
Home Minister Amit Shah In Lucknow गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिक पुलिस आरक्षी भर्ती को लेकर कहा कि आज उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए ऐतिहासिक दिन है और यूपी में आज युवाओं के जीवन का सबसे शुभ दिन है। अमित शाह ने कहा कि 2017 के बाद यूपी पुलिस बुलंदी की राह पर आगे बढ़ी है। प्रदेश में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था का बेहतर माहौल है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ। नरेन्द्र मोदी सरकार में गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस की सबसे बड़ी और सफल पुलिस भर्ती में चयनितों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 अभ्यर्थियों को मंच पर अपने हाथ से नियुक्ति पत्र प्रदान किए। शेष अभ्यर्थियों को समारोह स्थल पर ही नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। आरक्षी नागरिक पुलिस में 60,244 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। नव चयनित सिपाहियों में 12048 महिलाएं भी हैं। पहले परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद कर दी गई थी जिसे बाद में दोबारा कराया गया।कार्यक्रम में जिलों से अभ्यर्थियों को लखनऊ लाया गया।
डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने चयनितों को संबोधित किया। गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि योगी आदित्यनाथ देश के सबसे सफल मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने 2023 से प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद इसका कायापलट कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 से देश को संभाला तो योगी आदित्यनाथ ने 2017 ने उत्तर प्रदेश को सजाया और संवारा। उत्तर प्रदेश आज देश का पावर हाउस है।
उन्होंने नागरिक पुलिस आरक्षी भर्ती को लेकर कहा कि आज उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए ऐतिहासिक दिन है और यूपी में आज युवाओं के जीवन का सबसे शुभ दिन है। अमित शाह ने कहा कि 2017 के बाद यूपी पुलिस बुलंदी की राह पर आगे बढ़ी है। प्रदेश में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था का बेहतर माहौल है। योगी आदित्यनाथ के रूप में पुलिस बल को नया आत्मविश्वास और जनता का भरोसा मिला है।
अमित शाह ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश में भर्ती में एक पाई की रिश्वत नहीं देनी पड़ती है, सभी का चयन योग्यता के आधार पर होता है और उत्तर प्रदेश पुलिस की भर्ती में भी योग्यता के आधार पर बिना भेदभाव के अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। 12 हजार बेटियों ने भी पुलिस विभाग में अपनी जगह बनाई है। अब उत्तर प्रदेश में जाति नहीं, काबिलियत देखकर चयन होता है। युवाओं को पारदर्शी व्यवस्था से सरकारी नौकरियां मिल रही हैं। यूपी का पुलिस बल आज देश का सबसे बड़ा और सशक्त बल है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने पारदर्शिता और ईमानदारी से युवाओं का भरोसा जीत लिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिपाही भर्ती के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित कर देश के सबसे बड़े पुलिस बल का हिस्सा बनने की शुभकामनाएं दीं। निष्पक्ष व पारदर्शी भर्ती की सराहना करते हुए विपक्ष को कठघरे में भी खड़ा किया। कहा, इतनी बड़ी संख्या में पुलिस भर्ती होने से अधिक महत्वपूर्ण पारदर्शी भर्ती का संपन्न होना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 में देश भर के पुलिस बल में आधुनिकीकरण की शुरुआत हुई पर उत्तर प्रदेश में वह शुरुआत तीन वर्ष देर से हुई। सपा काे निशाने पर लेते हुए कहा कि वर्ष 2014 से 2017 तक भारत सरकार की कोई सुधार प्रक्रिया दूर-दूर तक उप्र में दिखाई नहीं पड़ती थी।
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उप्र पुलिस में भी सुधार की प्रक्रिया शुरू हुई। इस बार संख्या सबसे अधिक है पर मेरी दृष्टि में संख्या से ज्यादा शुचिता अधिक महत्वपूर्ण है। 60,244 अभ्यर्थियों के सामने हिम्मत से कह रहा हूं कि एक आने-पाई की रिश्वत किसी को देनी नहीं पड़ी है। न खर्ची-न पर्ची। सिफारिश से भी नहीं। जाति के आधार पर भी नहीं और भ्रष्टाचार से भी नहीं। योग्यता के आधार पर आप सब चुनकर आए हैं। मैं मानता हूं कि इससे बड़ी उपलब्धि किसी भी शासन के लिए नहीं हो सकती।
शाह ने पुलिस भर्ती में 12,048 हजार महिला अभ्यर्थियों के शामिल होने की भी प्रशंसा की। कहा, बच्चियों का हाैसला व चेहरे पर आनंद देखकर गर्व हो रहा है। हमने महिलाओं के लिए आरक्षण की जो व्यवस्था की, उसका शतप्रतिशत अनुकरण उत्तर प्रदेश में हुआ है। आज तक जाति के आधार पर भर्तियां होती थीं। तकनीक की कोई ताकत नहीं थी। उन्होंने अभ्यर्थियों को सुरक्षा, सेवा व संवेदनशीलता के मंत्र के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्हाेंने कहा कि नए कानूनों के तहत तीन वर्ष के भीतर हर पीड़ित को मिलेगा न्यायअपराधियों में आपका भय होना चाहिए और गरीब-पिछड़ों को आप में मसीहा दिखना चाहिए। तीन नए कानूनों से होने वाले बदलावों व उनकी ताकत पर भी चर्चा की। कहा, पांच वर्ष में ऐसी स्थिति आएगी कि तीन नए कानूनों में किसी भी एफआइआर में पीड़त को सुप्रीम कोर्ट तक तीन वर्ष के भीतर न्याय मिल जाएगा। कहा, अभ्यर्थी तब उप्र पुलिस का हिस्सा बनने जा रहे हैं, जब दंगों का गढ़ माना जाने वाला उत्तर प्रदेश दंगा मुक्त हो चुका है। यहां न्याय का शासन हुआ है। गुंडो का फरमान नहीं चलता। अपराधियों को वीआइपी ट्रीटमेंट नहीं मिलता। इसे नवचयनित अभ्यर्थियों को आगे बढ़ाना है।
अमित शाह ने कहा कि मंच पर बैठे लोगों में बहुत कम लोग होंगे जो वर्ष 2047 में देश को देखते होंगे। आप सभी होंगे। भरोसे से कहता हूं कि तब भारत दुनिया में सर्वप्रथम स्थान पर होगा। देश के 11 राज्यों में नक्सलवाद हुआ करता था। मोदी सरकार के 11 वर्ष के कार्यकाल में नक्सलवाद अब तीन जिलों में बचा है। 31 मार्च, 2026 को देश नक्सलवाद से मुक्त होगा। कांग्रेस के शासनकाल में आए दिन आतंकवादी हमले होते थे। मोदी के शासनकाल में पाकिस्तान ने तीन बार प्रयास किया और हर बार उसे करारा जवाब मिला। आपरेशन सिंदूर ने आतंकियों के मुख्यालय का जमीन में मिला दिया।
अमित शाह ने कहा कि यूपी में अब गुंडों का फरमान नहीं चलता है। वर्ष 2017 के बाद से कानून व्यवस्था में बड़ा सुधार हुआ है। अब न तो यहां पर्ची चलती है और न ही फर्जीवाड़ा होता है। पुलिस में भर्ती अब योग्यता के आधार पर ही होती है। इसी कारण 2017 के बाद यूपी में कानून-व्यवस्था सुधरी है। गृह मंत्री ने कहा कि यूपी में अब गुंडे बेलगाम नहीं हैं। यहां पर तो कानून का राज है।
इन 15 नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दिए नियुक्ति पत्र
गृह मंत्री अमित शाह ने संतकबीर नगर के सत्यम नायक, खीरी के प्रेम सागर, फर्रुखाबाद की शालिनी शाक्या, बलिया के उपेंद्र कुमार यादव, बरेली की शिल्पा सिंह, कानपुर देहात के बीनू बाबू, महोबा के योगेंद्र सिंह, उन्नाव के शिवांश पटेल, वाराणसी के मनीष त्रिपाठी, लखनऊ की रोशन जहां, कानुपर नगर के आजाद कुशवाहा, गोरखपुर की मिथिलेश भट्ट, रायबरेली की सोनी रावत, मऊ की नेहा गोंड, बागपत के सचिन सैनी को अमित शाह ने नियुक्ति पत्र दिया।
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