UPHESC Recruitment 2021: असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में बड़ा बदलाव, MAHM डिग्री धारियों को प्राचीन इतिहास में आवेदन की छूट
UPHESC Recruitment 2021 यूपीएचईएससी ने असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में एमएएचएम के डिग्री धारकों को प्राचीन इतिहास विषय में आवेदन करने की छूट दी है। आयोग ने एमएएचएम डिग्री को प्राचीन इतिहास में परास्नातक करने के अनुरूप माना है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) ने विज्ञापन संख्या-50 के तहत निकली असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में नया निर्देश जारी किया है। इससे अभ्यर्थियों को सहूलियत मिलेगी। आयोग ने मास्टर ऑफ आर्कोलाजी एंड हेरिटेज मैनेजमेंट (एमएएचएम) के डिग्री धारकों को प्राचीन इतिहास विषय में आवेदन करने की छूट दी है। आयोग ने एमएएचएम डिग्री को प्राचीन इतिहास में परास्नातक करने के अनुरूप माना है। ऐसे में जो अभ्यर्थी नेट किए हैं, लेकिन प्राचीन इतिहास विषय में परास्नातक नहीं किया है। लेकिन, उनके पास एमएएचएम की डिग्री है तो वह भी प्राचीन इतिहास विषय में आवेदन कर सकते हैं। यह अहम निर्णय सोमवार को आयोग की बैठक में लिया गया।
उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने विज्ञापन संख्या-50 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर की 2003 पद की भर्ती निकाली है। यह भर्ती प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) डिग्री कॉलेजों में होनी है। प्राचीन इतिहास विषय में आवेदन के लिए नेट के साथ उक्त विषय में परास्नातक होने की अनिवार्यता तय थी। लेकिन, अभ्यर्थियों को सहूलियत देने के लिए उसमें बदलाव किया है। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए आवेदन के लिए पंजीकरण करने व शुल्क जमा करने की अंतिम तारीख 26 मार्च है, जबकि 27 मार्च आनलाइन आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तारीख तय की गई है।
नहीं लाने होंगे सत्यापित अभिलेख : उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने विज्ञापन संख्या-49 के तहत प्राचार्य पद की भर्ती निकाली है। लिखित परीक्षा में पास अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है। आयोग की सचिव डॉ. वंदना त्रिपाठी ने बताया कि साक्षात्कार के लिए जारी प्रवेश पत्र में वांछित जिन अभिलेखों का सत्यापन हो चुका है। साक्षात्कार में उसे दोबारा नहीं लाना होगा।
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