UP News यूपी बनेगा टेक्सटाइल हब, सीएम योगी की बड़ी घोषणा से लाखों को मिलेगा रोजगार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ-हरदोई सीमा पर 1000 एकड़ में पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल एवं अपैरल पार्क की घोषणा की जिससे 50000 से अधिक रोजगार सृजित होंगे। साथ ही प्रदेश में 10 नए टेक्सटाइल पार्क और 2 लेदर पार्क स्थापित किए जाएंगे। इन्वेस्टर्स मीट में 700 करोड़ रुपये के दो करार हुए और 210 करोड़ की प्रोत्साहन राशि वितरित की गई।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लखनऊ-हरदाई सीमा पर 1000 एकड़ में प्रस्तावित पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल एवं अपैरल पार्क प्रदेश को टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करेगा। यह पार्क 50 हजार से अधिक नये रोजगार सृजित करेगा। उन्होंने घोषणा की है कि राज्य सरकार
इस मेगा पार्क के एक्सटेंशन सेंटर के रूप में प्रदेश में दस नये टेक्सटाइल पार्क संत कबीर दास के नाम पर स्थापित करेगी। इसके साथ ही दो नये लेदर पार्क संत रविदास के नाम पर विकसित किए जाएंगे।
लखनऊ में सीएम योगी ने की घोषणा
शनिवार को लखनऊ में पीएम मित्र पार्क के लिए आयोजित इन्वेस्टर्स मीट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपरोक्त घोषणाएं की। इस मौके पर उन्होंने परिधान नीति-2017 के तहत 80 निवेशकों को 210 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि बांटी। मीट के दौरान मेगा पार्क के लिए 700 करोड़ रुपये के दो करार भी हस्ताक्षरित हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 83 एमओयू के तहत 3,800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पहले से प्राप्त हो चुके हैं। हमने 1,000 से अधिक एमओयू साइन किए हैं, जिनमें से 225 का ग्राउंड ब्रेकिंग जल्द होगा। इससे 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा। गोरखपुर के अमर कुलसियान (नाइन लिमिटेड) और गौतम बुद्ध नगर के रजत जयपुरिया (राजलक्ष्मी) को मंच पर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी ''पीएम मित्र योजना'' के तहत लखनऊ-हरदोई सीमा पर प्रस्तावित मेगा टेक्सटाइल एवं अपैरल पार्क के लिए आयोजित इन्वेस्टर्स मीट यूपी के वस्त्र उद्योग को नई उंचाई पर ले जाने में सहायक होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन ने गुजरात के सूरत को टेक्सटाइल हब बनाया है और अब इस विजन को देशभर में लागू करने के लिए सात पीएम मित्र पार्क स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से एक लखनऊ में है। यह देश का इकलौता पीएम मित्र पार्क है जो किसी राज्य की राजधानी में स्थापित होने जा रहा है।
इस पार्क के लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया चल रही है। पार्क लखनऊ शहर से सटा हुआ है। आउटर रिंग रोड (सिक्स लेन) से इसकी कनेक्टिविटी है और राज्य सरकार यहां पर फोरलेन कनेक्टिविटी भी उपलब्ध कराएगी।
उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 करोड़ की आबादी वाला यह उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है। उन्होंने कहा कि न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि नेपाल, भूटान, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड की बड़ी आबादी अपनी आवश्यकताओं के लिए यूपी पर निर्भर है।
पीएम मित्र पार्क में एक ही स्थान पर बुनाई, रंगाई, छपाई, डिजाइनिंग और पैकेजिंग की सुविधा देगा, जो बाजार की मांग को पूरा करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि हमारी नीतियां केवल घोषणा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उनका ईमानदारी से क्रियान्यवन भी हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश की प्राचीन टेक्सटाइल विरासत की चर्चा करते हुए कहा कि जितनी प्राचीन सभ्यता होगी, वहां उतनी ही अधिक टेक्सटाइल की संभावनाएं होंगी। काशी और अयोध्या जैसी प्राचीन नगरी केवल आध्यात्मिक केंद्र नहीं थीं, बल्कि समृद्धि का आधार भी थीं।
काशी, भदोही और मिर्जापुर सिल्क और कारपेट के लिए प्रसिद्ध हैं। अयोध्या और अंबेडकर नगर हैंडलूम के लिए जाने जाते हैं। गोरखपुर, संत कबीर नगर, आजमगढ़, मुबारकपुर और मऊ में भी टेक्सटाइल का समृद्ध इतिहास है। लखनऊ की चिकनकारी सैकड़ों वर्षों से घर-घर में फल-फूल रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशानुरूप पीएम मित्र पार्क को पांच एफ माडल (फॉर्म टू फाइबर, फाइबर टू फैक्ट्री, फैक्ट्री टू फैशन, फैशन टू फॉरेन) के आधार पर विकसित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां सर्वाधिक एक्सप्रेसवे हैं।
गंगा एक्सप्रेसवे का भी किया जिक्र
गंगा एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद 55% एक्सप्रेसवे यूपी में होंगे। वाराणसी से हल्दिया तक देश का पहला इन्लैंड वॉटरवे शुरू हो चुका है। लखनऊ से कानपुर तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की सुविधा भी जल्द उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि आज यूपी देश की नंबर दो की अर्थव्यवस्था है। 2029 तक हम इसे वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे। वस्त्र उत्पादन में उत्तर प्रदेश 13% योगदान के साथ देश में तीसरे स्थान पर है और 20 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दे रहा है।
मुख्यमंत्री ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए सकारात्मक माहौल है। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ की आबादी वाला भारत रेडीमेड गारमेंट में बांग्लादेश (16 करोड़ आबादी) से पीछे क्यों रहे? हमारे पास ट्रेनिंग, डिजाइनिंग और पैकेजिंग की सुविधाएं हैं।
इस मौके पर मंत्री राकेश सचान, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, भारत सरकार के अपर सचिव वस्त्र उद्योग रोहित कंसल, प्रमुख सचिव हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग अनिल कुमार सागर, सीआईआई की अध्यक्ष डा. उपासना अरोड़ा के अलावा कई उद्यमी उपस्थित थे।
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