यूपी में SIR अभियान के दौरान किन मतदाताओं को दिखाने होंगे कागज? फॉर्म जमा करने के लिए बचे बस 10 दिन
उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान में अब तक चार करोड़ से अधिक गणना प्रपत्र जमा हुए हैं। अंतिम तिथि 4 दिसंबर है, और 7 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी। निर्वाचन आयोग मतदाताओं को तीन श्रेणियों में बांट रहा है, जिसमें कुछ को दस्तावेज देने होंगे। राजनीतिक दलों ने 3.85 लाख बूथ लेवल एजेंट नियुक्त किए हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मतदाता सूची काे लेकर चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान में अब तक चार करोड़ से अधिक मतदाताओं के गणना प्रपत्र जमा हो चुके हैं। चार दिसंबर तक इन्हें जमा करने की अंतिम तिथि है। ऐसे में अब गणना प्रपत्र जमा करने के लिए 10 दिन ही शेष बचे हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने हर दिन एक करोड़ से अधिक मतदाताओं के गणना प्रपत्र जमा करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश में कुल 15.44 करोड़ मतदाता हैं, जबकि बूथों की संख्या 1,62,486 है। चार दिसंबर तक भरे हुए गणना प्रपत्र जमा होना है। नौ दिसंबर को मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद नौ दिसंबर से आठ जनवरी तक मतदाता सूची को लेकर दावे व आपत्तियां प्राप्त की जाएंगी।
इनका निस्तारण करने के बाद सात फरवरी को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। भारत निर्वाचन आयोग मतदाताओं की तीन तरह की श्रेणियां बना रहा है। इनमें पहली श्रेणी वह है जिनमें मतदाताओं के नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची में दर्ज हैं। दूसरी श्रेणी में ऐसे मतदाताओं को रखा जा रहा है जिनके नाम वर्तमान मतदाता सूची में हैं जबकि उनके माता-पिता या बाबा-दादी के नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची में दर्ज हैं।
तीसरी श्रेणी में उन मतदाताओं को रखा जा रहा है जिनके न तो माता-पिता और न ही बाबा-दादी का नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची में है। पहली दो श्रेणियों के मतदाताओं को कोई भी दस्तावेज चुनाव आयोग को नहीं देना होगा जबकि तीसरी श्रेणी के मतदाताओं को निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी की ओर से नोटिस दिया जाएगा। इसके बाद चुनाव आयोग द्वारा मान्य 12 दस्तावेजों में से एक देना होगा। दस्तावेज न देने वाले मतदाताओं के नाम अंतिम मतदाता सूची में नहीं आएंगे।
राजनीतिक दलों ने बनाए 3.85 लाख बीएलए
एसआइआर के लिए राजनीतिक दलों ने कुल 3,85,799 बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) बनाए हैं। इनमें सबसे अधिक 1,56,015 भाजपा, 1,12,309 सपा, 1,00,169 बसपा व 16,538 कांग्रेस के हैं। इनके अलावा अपना दल (एस) ने 713 व सीपीआइ (एस) ने 55 बीएलए नियुक्त किए हैं।

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