UP Traffic: हिंदी नंबर प्लेट लगाकर हाईटेक कैमरे को वाहन चालक दे रहे धोखा, अब होगा पांच हजार रुपये का चालान
UP Traffic वाहन चालकों ने चालान से बचने और कैमरों को धोखा देने के लिए नायाब तरीका निकाला है। हिंदी के शब्दों और अंकों में प्रिंट नंबर प्लेट लगवा कर फर्राटा भर रहे हैं क्योंकि अत्याधुनिक कैमरों में पड़ा साफ्टवेयर हिंदी के अंक और शब्द नहीं पढ़ पाता है।

सौरभ शुक्ला, लखनऊ: स्मार्ट सिटी शहरों की यातायात व्यवस्था सुधारने और हादसों में कमी लाने के लिए उच्च स्तर पर तमाम योजनाएं लागू की जा रही हैं। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के वाहन चालकों के चालान आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर), पीटीजेड (पैन टिल्ट जूम) कैमरे से आइटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट और स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम) में बैठे कर्मचारी कर रहे हैं।
वहीं, वाहन चालकों ने चालान देने से बचने और कैमरों को धोखा देने के लिए नायाब तरीका निकाला है। वह वाहन में हिंदी के शब्दों और अंकों में प्रिंट नंबर प्लेट लगवा कर फर्राटा भर रहे हैं, क्योंकि अत्याधुनिक कैमरों में पड़ा साफ्टवेयर हिंदी के अंक और शब्द नहीं पढ़ पाता है।
ऐसे में रोजाना हजारों की संख्या में ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालक चालान से बच जाते हैं। इसका फायदा अपराधी भी उठा रहे हैं। वह भी बड़ी संख्या में हिंदी और गलत नंबर प्लेट लगाकर घूमते हैं। वह अपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर निकल जाते हैं। इन सब पर लगाम कसने और वाहनों को जल्द ट्रेस करने के लिए 15 फरवरी को मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे भारत सरकार ने हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य कर दी है।
हिंदी नंबर प्लेट मिली तो होगा चालान
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट में आइएनडी पर एक बार कोड होता है। जिसे कैमरे तत्काल स्कैन कर वाहन को ट्रेस कर लेते हैं। इसलिए सभी सरकारी और निजी वाहन चालकों को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के आदेश सभी शहरों में दे दिए गए हैं। अधिकतर सरकारी वाहनों में हिंदी नंबर प्लेट लगी है। अब हिंदी की नंबर प्लेट किसी वाहन में मिली तो उसका चालान किया जाएगा। एक अप्रैल से इसका सघन अभियान चलेगा।
पांच हजार रुपये का होगा चालान
कानपुर रोड पर बुधवार दोपहर वाहन ब्रीजा कार पर उ.प्र. 32 जेएच 2014 (अंक भी हिंदी में) थे वाहन गुजरा। टीआइ सुधार द्विवेदी ने वाहन को रोका और पांच हजार रुपये का चालान किया। इसके पहले मंगलवार रात उत्तर प्रदेश 50 एएस 5983 नंबर की सफारी कार जाती मिली। इसका भी चालान किया गया। इस तरह करीब 50 से अधिक वाहनों का अबतक चालान हो चुका है।
इनका कहना है
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट सभी वाहनों में लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। हिंदी नंबर प्लेट को कैमरों का साफ्टवेयर पढ़ नहीं पाता है। हिंदी की नंबर प्लेट जिन वाहनों में लगी हो वह तत्काल हटा दें और हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए आवेदन कर दें। अभियान के दौरान अगर वाहन चालकों ने हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की रजिस्ट्रेशन की रसीद भी दिखा दी तो वह बच सकते हैं, अन्यथा चालान किया जाएगा। -अजय कुमार पटेल, एडीसीपी ट्रैफिक
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