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    UP Tourism Department : गौतमबुद्ध नगर व गाजियाबाद के प्राचीन मंदिरों का होगा सौंदर्यीकरण

    Facelift Of Old Temple Of Gautam Buddh Nagar and Ghaziabad दिल्ली से सटे होने के कारण गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में पर्यटन विकास की काफी संभावनाएं हैं। गौतमबुद्ध नगर के ग्राम नगली वाजिदपुर के प्राचीन बेरी वाला मंदिर और जेवर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सिरसा माचीपुर जेवर में मां भूड़ावाली देवी मंदिर का पर्यटन विकास पर एक-एक करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

    By Manoj Kumar Tripathi Edited By: Dharmendra Pandey Updated: Sun, 24 Aug 2025 07:10 PM (IST)
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    गौतमबुद्ध नगर व गाजियाबाद के प्राचीन मंदिरों का होगा सौंदर्यीकरण

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊः गौतमबुद्ध नगर व गाजियाबाद के प्राचीन मंदिरों का सौंदर्यीकरण पर सात करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। शासन ने धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए मेरठ मंडल की आठ परियोजनाओं को मंजूरी दी है।

    पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि राजधानी दिल्ली से सटे होने के कारण गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में पर्यटन विकास की काफी संभावनाएं हैं। गौतमबुद्ध नगर के ग्राम नगली वाजिदपुर के प्राचीन बेरी वाला मंदिर और जेवर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सिरसा माचीपुर जेवर में मां भूड़ावाली देवी मंदिर का पर्यटन विकास पर एक-एक करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसी प्रकार, नोएडा विधानसभा क्षेत्र के अक्षरधाम कालोनी स्थित धम्मदीप बौद्ध विहार और ग्रेटर नोएडा स्थित साईट- बी, सूरजनगर स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा के पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण पर 50-50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।

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    इसी प्रकार गाजियाबाद के वार्ड नंबर एक में स्थित कृष्णा नगर बागू, मुरादनगर विधानसभा के ग्राम असालतनगर स्थित हनुमान मंदिर, नगर निगम साहिबाबाद के वार्ड-31 सिहानी स्थित प्राचीन शिव मंदिर और मोदीनगर विधानसभा के नगर पंचायत निवाड़ी स्थित चुकाय वाली माता मंदिर के पर्यटन विकास कार्यों पर एक-एक करोड़ रुपये राशि खर्च करने की स्वीकृति शासन ने दी है।

    प्राचीन मंदिरों का सौंदर्यीकरण धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है। प्रदेश सरकार ने कई मंदिरों के जीर्णोद्धार और नवीनीकरण पर ध्यान केंद्रित किया है। इस पहल में भक्तों और पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ाना, पर्यटन को बढ़ावा देना और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना शामिल है। प्रदेश सरकार कई प्राचीन मंदिरों का नवीनीकरण और सौंदर्यीकरण करा रही है, ताकि उनकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को संरक्षित किया जा सके। इन मंदिरों और धार्मिक स्थलों को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने की योजना है, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य की पहचान एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित होगी।

    आयटो के वार्षिक सम्मेलन में चमके उत्तर प्रदेश पर्यटन स्थल

    इंडियन एसोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स (आयटो) के 40वां वार्षिक सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल भी चमक रहे हैं। ओडिशा के पुरी में शुक्रवार से शुरू हुआ यह सम्मेलन 25 अगस्त तक चलेगा। पर्यटन विभाग द्वारा यहां पर्यटन के प्रचार के लिए स्टाल लगाया गया है। सम्मेलन में उप्र के स्टाल का उद्घाटन ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रावती परिदा ने किया। इस पर इत्र नगरी कन्नौज, स्पिरिचुअल ट्रायंगल (अयोध्या-काशी-प्रयागराज) और दीपोत्सव से लेकर रंगोत्सव तक के भव्य वार्षिक आयोजनों की झलक प्रस्तुत की जा रही है। आयोजन में देश भर से एक प्रतिनिधि, टूर आरपरेटर, होटल व्यवसायी और ट्रैवल मीडिया के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इनके सामने प्रदेश के पर्यटन आकर्षणों को प्रस्तुत किया जा रहा है।