उत्तर प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए बनेगा भर्ती बोर्ड, योगी कैबिनेट ने दी मंजूरी
उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए एक भर्ती बोर्ड बनाने का निर्णय लिया है। योगी कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कालेजों में अब विशेषज्ञ डाक्टरों की भर्ती जल्दी और आसानी से हो सकेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार को कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश विशेषज्ञ चिकित्सक एवं चिकित्सा शिक्षा भर्ती बोर्ड के गठन को मंजूरी दे दी गई।
इस बोर्ड से सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के विशेषज्ञ चिकित्सकों और राज्य चिकित्सा महाविद्यालय संवर्ग के शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। अभी तक उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से सरकारी डाक्टरों और चिकित्सा शिक्षकों की भर्ती की जाती है।
स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञ चिकित्सकों के वर्तमान में 3620 पद हैं। इनमें से रिक्त दो हजार पदों के लिए अधियाचन आयोग को भेजा जा चुका है। विशेषज्ञ चिकित्सक स्वास्थ्य विभाग में लेवल टू से भर्ती होते हैं और इन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला स्तर के चिकित्सालयों में तैनाती मिलती है, लेकिन आयोग से भर्ती होने में डेढ़ से दो साल का समय लग जाता है। इसलिए सरकार ने विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए भर्ती बोर्ड का गठन किया है।
इससे विशेषज्ञ डाक्टरों की सीधे भर्ती की जा सकेगी। राजकीय मेडिकल कालेजों के लिए भी चिकित्सा शिक्षकों की भर्ती बोर्ड के माध्यम से की जाएगी। इससे नए बने मेडिकल कालेजों में भी शिक्षकों की तैनाती में देरी नहीं होगी।
प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के महामंत्री डा़ अमित सिंह ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि लेवल वन के एमबीबीएस डाक्टरों की भर्ती भी बोर्ड से की जानी चाहिए। इससे लगभग लेवल वन के तीन हजार रिक्त पदों पर डाक्टरों की नियुक्तियां जल्द हो सकेंगी।

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