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    UP News: स्पोर्ट्स सिटी मेरठ से प्रदेश में औद्योगिक क्लस्टर की खुलेगी राह, खेल सामान निर्माण का हब भी होगा यूपी

    उत्तर प्रदेश सरकार खेल सामग्री निर्माण को बढ़ावा देने के लिए स्पोर्ट्स सिटी मेरठ को आधार बनाकर औद्योगिक क्लस्टर विकसित करेगी। इस पहल से रोजगार निवेश और निर्यात की संभावनाएं बढ़ेंगी। इन्वेस्ट यूपी ने उद्यमियों के साथ संवाद किया जिसमें नीतिगत सहयोग और आधुनिक ढांचे की मांग की गई। सरकार का लक्ष्य खेल उद्योग को मजबूत कर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।

    By Vivek Rao Edited By: Shivam Yadav Updated: Thu, 28 Aug 2025 11:30 AM (IST)
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    लखनऊ में इन्वेस्ट यूपी की बैठक में खेल विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों और संगठनों के साथ संवाद किया गया।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश अब खेल सामग्री निर्माण को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। स्पोर्ट्स सिटी मेरठ के मजबूत खेल उद्योग को आधार बनाकर राज्य के अन्य हिस्सों में औद्योगिक क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। 

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    इस पहल से बेहतर बुनियादी ढांचा, रोजगार के नए अवसर, सुव्यवस्थित लाजिस्टिक्स, निवेश बढ़ोतरी और निर्यात की संभावनाएं बढ़ेंगी। औद्योगिक क्लस्टर बनने से स्थानीय उद्यमियों को आधुनिक तकनीक और बाजार तक आसान पहुंच मिलेगी, जिससे उनका व्यवसाय और प्रतिस्पर्धी बन सकेगा।

    बुधवार को इस विषय पर इन्वेस्ट यूपी ने खेल विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों और संगठनों के साथ संवाद किया। बैठक में स्पोर्ट्स मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन, फिक्की, मेरठ के खेल उद्यमी और इन्वेस्ट यूपी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। 

    चर्चा का फोकस यह रहा कि मेरठ की मजबूती को आधार बनाकर पूरे प्रदेश में खेल उद्योग को फैलाया जाए। खेल सामान निर्माताओं ने सरकार से बेहतर नीतिगत सहयोग, आधुनिक ढांचे और लाजिस्टिक्स सुविधाओं की मांग रखी। 

    इन्वेस्ट यूपी के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि राज्य में औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2022, एफडीआई पॉलिसी-2023 और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस जैसे ठोस फायदे मौजूद हैं। 

    अधिकारियों ने कहा कि औद्योगिक क्लस्टर न सिर्फ खेल उद्योग को मजबूती देंगे, बल्कि प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में भी अहम योगदान देंगे। प्रदेश में पहले से ही अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, खेल विश्वविद्यालय और 150 से अधिक ब्लाक स्तरीय मिनी स्टेडियम मौजूद हैं। 

    ऐसे में फिटनेस उपकरण और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कारोबार को भी गति मिलने की संभावना है। बैठक में अनमोल महाजन (मेटको स्पोर्ट्स), तहसीन जाहिद (कौशल विकास मंत्रालय), जय श्रीवास्तव और कनिष्क पांडे (फिक्की), सृष्टि सक्सेना (साई स्पोर्ट्स), धनंजय तेवथिया (नवीन ग्रुप स्पोर्ट्स), हिमांशु मेहता (जेकेसी स्पोर्ट), जागृति (एनईएस वाटर स्पोर्ट्स) और संजय कुमार (भल्ला इंटरनेशनल) जैसे उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल हुए।