CM योगी की सख्ती के बाद एक्शन में SIT, शुरू हुई हजारों करोड़ रुपये टैक्स चोरी की जांच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े रुख के बाद एसआईटी ने हजारों करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की जांच शुरू कर दी है। इस जांच में कई बड़े व्यापारियों और अधिकारियों के शामिल होने की आशंका है। एसआईटी ने दस्तावेज जुटाना शुरू कर दिया है और सरकार ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

एसआईटी ने शुरू की हजारों करोड़ रुपये जीएसटी चोरी की जांच।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राज्य में हजारों करोड़ रुपये की जीएसटी (वस्तु एंव सेवाकर) चोरी के मामलों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है। उनके निर्देश पर प्रदेश के 44 जिलों में दर्ज जीएसटी चोरी के 146 मुकदमों की जांच आईजी ईओडब्ल्यू केएस ईमैनुएल के अध्यक्षता में गठित एसआईटी (विशेष जांच दल) को सौंपी गई है। एसआईटी वर्ष 2018 से अब तक हुई जीएसटी चोरी की बड़े मामलों की पड़ताल करेगी।
एसआईटी में कमांडेंट एसएसएफ (विशेष सुरक्षा बल) अविनाश पांडेय, एसएसपी एसटीएफ घुले सुशील चंद्रभान व एएसपी विजिलेंस बबिता सिंह बताैर सदस्य शामिल हैं। एसआईटी के पर्यवेक्षण में अब सभी मुकदमों की विवेचना व आगे की कार्रवाई होगी।
एसआईटी ने अपनी जांच शुरू करते हुए राज्य कर विभाग से जीएसटी चोरी के मामलों से संबंधित पत्रावलियों को लिया है। राज्य कर आयुक्त नितिन बंसल का कहना है कि एसआईटी और जो भी दस्तावेज चाहेगी, उसे मुहैया कराया जाएगा। वर्ष 2018 से अब तक जीएसटी चोरी के 146 मामलों की जांच एसाइटी को सौंपी गई है।
जीएसटी चोरी के मामलों में लखनऊ, मुरादाबाद, आगरा, मेरठ, कानपुर, वाराणसी, गाजीपुर, प्रयागराज, औरैया, अलीगढ़ व मुजफ्फरनगर समेत 44 जिलों में दर्ज 146 मुकदमों का ब्योरा लेकर एसआईटी आगे की छानबीन को लेकर अपने बिंदु तय कर रही है। जिलों में दर्ज मुकदमों के विवेचकों को भी विभिन्न बिंदुओं पर निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि हाल के महीनों में जीएसटी चोरी के कई बड़े मामले प्रकाश में आए। जिसमें शासन स्तर से कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। हाल ही में मुरादाबाद में लोहे के कारोबार में जीएसटी चोरी का बड़ा मामला सामने आया था। जिसमें फर्जी फर्मों के माध्यम से 368 करोड़ रुपये जीएसटी चोरी का मामला सामने आया।
फर्जी फर्मों का यह खेल यूपी सहित देश के 16 राज्यों में पकड़ में आया। जिसमें राज्य कर विभाग ने संबंधित राज्यों को पत्र लिखकर इन फर्मी फर्मों की जांच व कार्रवाई करने के लिए कहा है। इसके अलावा पान मसालों के कारोबार में जीएसटी चोरी के कई मामले पूर्व में सामने आए थे।

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