UP Electricity: यूपी में भीषण गर्मी का सितम, बिजली की मांग के टूटे सारे रिकॉर्ड; कटौती से जूझ रहे लोग
गर्मी के चलते यूपी में बिजली की मांग ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सोमवार रात को यह मांग 31100 मेगावाट तक पहुंच गई। उमस भरी गर्मी के कारण बिजली की मांग और बढ़ने की आशंका है जिसके 33000 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है। पावर कॉरपोरेशन का दावा है कि तय शेड्यूल के अनुसार बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है लेकिन लोकल फॉल्ट के कारण कटौती हो रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पारा चढ़ने के साथ ही राज्य में बिजली की मांग के बढ़ने का शुरू हुआ सिलसिला सोमवार को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। देर रात 11.06 बजे बिजली की मांग के पुराने सभी रिकार्ड टूट गए। 31,100 मेगावाट बिजली की मांग का नया रिकॉर्ड बना। हालांकि, जिस तरह से उमस भरी गर्मी के और बढ़ने के आसार हैं उससे राज्य में अबकी बिजली की मांग 33 हजार मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है।
भीषण गर्मी में प्रदेशवासियों को तय शेड्यूल के अनुसार बिजली आपूर्ति करने के लिए पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने पर्याप्त बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने का दावा किया है। रिकार्ड बिजली आपूर्ति के बावजूद लोकल फॉल्ट के चलते गांव से लेकर शहरवासियों तक को बिजली कटौती से जूझना भी पड़ रहा है।
इनदिनों चिलचिलाती गर्मी के चलते देर रात तक पारा न गिरने से एसी के बढ़ते इस्तेमाल से बिजली की मांग रात में कहीं ज्यादा पहुंच रही है। स्थिति यह है कि छह जून को जहां बिजली की मांग 28,581 मेगावाट थी वहीं सात जून को 29,502 और आठ जून की रात 11.35 बजे बिजली की मांग 30 हजार पार कर 30,161 मेगावाट तक पहुंच गई। सोमवार रात 11.06 बजे बिजली की मांग ने नया इतिहास रच दिया। पिछले वर्ष 20 जुलाई को उमस भरी गर्मी के चलते अधिकतम प्रतिबंधित 30,732 मेगावाट बिजली की मांग का रिकॉर्ड टूट गया और 31,100 मेगावाट बिजली की मांग का नया रिकार्ड बन गया। बिजली की न्यूनतम मांग भी 18,831 मेगावाट से कम नहीं पहुंच रही है। भीषण गर्मी के मद्देनजर जानकारों का मानना है कि इस बार बिजली की मांग 33 हजार मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है।
पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल का कहना है कि अभी वर्षा न होने से भीषण गर्मी के चलते बिजली की रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही है। प्रदेशवासियों को मांग के अनुसार तय शेड्यूल से बिजली आपूर्ति के लिए पर्याप्त बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। गोयल ने बताया कि बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए फील्ड में सभी सक्रिय हैं। शहर से लेकर दूर दराज गांव में भी शेड्यूल के अनुसार बिजली आपूर्ति की जा रही है। निर्देश दिए गए हैं कि मरम्मत के कार्यों के लिए अनावश्यक बिजली आपूर्ति बाधित न की जाए।
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