UP में प्रदूषण रोकने के लिए बना मास्टर प्लान, 3460 KM सड़क को ‘धूलमुक्त’ करने के लिए 256 टीमें तैयार, इन वाहनों पर एक्शन की तैयारी
एनसीआर, लखनऊ और कानपुर में खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण बढ़ने के बाद उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मंगलवार को समीक्षा बैठक कर एक्शन प्ल ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। एनसीआर के साथ ही लखनऊ और कानपुर जैसे शहरों में खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण पहुंचने के बाद उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मंगलवार को मुख्यालय में समीक्षा बैठक कर एक्शन प्लान बनाया। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डा. अरुण कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में हुई बैठक में माना गया कि सड़कों की धूल, वाहनों एवं औद्योगिक गतिविधियों समेत अन्य वजहों से हवा की सेहत खराब हुई है।
बोर्ड ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए विभिन्न विभागों की कुल 256 टीमें तैयार हैं। सड़कों की धूल पर नियंत्रण के लिए 58 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनों, 332 वाटर स्प्रिंकलरों और 358 एंटी-स्माग गनों को मैदान में उतारा गया है। 3460 किलोमीटर सड़क मार्ग को धूलमुक्त करने के लिए विभिन्न विभागों को जिम्मा दिया गया है।
ऐसे वाहनों पर होगी कार्रवाई
प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कार्रवाई करने, सार्वजनिक परिवहन को प्रोत्साहित करने एवं बीएस-6 मानकों वाली बसों के संचालन को बढ़ावा देने की बात कही गई। यातायात व्यवस्था सुगम करने के लिए आइटीएमएस के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी जोर दिया गया।
बोर्ड के अध्यक्ष डा. आरपी सिंह ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों से उत्सर्जित प्रदूषण की आनलाइन निगरानी के लिए आवश्यक उपकरण लगाने के लिए कहा गया है। प्रमुख सचिव अनिल कुमार समेत विभिन्न विभागों के कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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