UP News: माननीयों का फोन न उठाना डीएम-एसपी सहित सभी बड़े अफसरों को अब भारी पड़ेगा
Misconduct of UP Officers डीएम-एसएसपी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी विधायकों का फोन नहीं उठाते हैं यह कोई नई बात नहीं है। कई बार विधान सभा में विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी यह मुद्दा उठाया है। विधान सभा अध्यक्ष भी कई बार संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना को इस संबंध में अफसरों को सख्त निर्देश देने के लिए कह चुके हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : माननीयों का फोन न उठाने वाले डीएम व एसएसपी सहित बड़े अफसरों को अब भारी पड़ेगा। माननीय अगर इसकी लिखित शिकायत विशेषाधिकार हनन समिति में करते हैं तो विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना तत्काल संबंधित अधिकारियों को नोटिस दे रहे हैं। अपना पक्ष ठीक से प्रस्तुत न कर पाने वाले अफसरों को समिति के समक्ष पेश भी होना पड़ता है।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने पिछले दिनों बुलंदशहर की डीएम की लिखित शिकायत विधान सभा अध्यक्ष से की थी। 20 से 25 बार फोन काल करने के बावजूद डीएम ने उनका फोन नहीं उठाया था।
उन्होंने यह मामला विशेषाधिकार हनन समिति में रखने का आग्रह किया था। इस मामले में सतीश महाना ने जिलाधिकारी को नोटिस जारी किया था। नोटिस मिलने के बाद डीएम ने शिवपाल यादव से बात कर खेद प्रकट किया। शिवपाल ने भी उन्हें माफ कर दिया।
डीएम-एसएसपी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी विधायकों का फोन नहीं उठाते हैं, यह कोई नई बात नहीं है। कई बार विधान सभा में विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी यह मुद्दा उठाया है।
विधान सभा अध्यक्ष भी कई बार संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना को इस संबंध में अफसरों को सख्त निर्देश देने के लिए कह चुके हैं।महाना ने कहा कि जब भी कोई विधायक उनसे लिखित शिकायत करते हैं तो वे संबंधित अफसरों को नोटिस देकर पूछताछ जरूर करते हैं। विधायिका का सम्मान बेहद जरूरी है।
गौरलतब है कि समाजवादी पार्टी से विधायक और वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने बुलंदशहर की जिलाधिकारी को एक दिन में 20 बार कॉल किया था, लेकिन डीएम श्रुति ने एक बार भी कॉल रिसीव नहीं की तो शिवपाल सिंह यादव ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से शिकायत कर दी। उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष की ओर से उनको नोटिस जारी हुआ तो सॉरी-सॉरी बोलने लगीं।
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