यूपी में पुलिस के वायरलेस सिस्टम में होगा बड़ा बदलाव; दक्षता, आत्मनिर्भरता व गुणवत्तापूर्ण कार्य पर बल
उत्तर प्रदेश पुलिस रेडियो के 84वें स्थापना दिवस पर दूरसंचार प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए इंटरनेट आधारित वायरलेस तकनीक के इस्तेमाल पर चर्चा हुई। रेडियो मुख्यालय में आयोजित कार्यशाला में डीजी टेलीकॉम आशुतोष पांडेय और अन्य अधिकारियों ने नई तकनीकों और भविष्य की चुनौतियों पर बात की। पीओसी तकनीक पर भी जोर दिया गया और प्रधानमंत्री के पंच-प्रण के अनुपालन पर बल दिया गया।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की दूरसंचार प्रणाली भी जल्द और प्रभावी होगी। इसके लिए इंटरनेट आधारित वायरलेस तकनीक का उपयोग किए जाने की तैयारी है। रेडियो मुख्यालय में आयोजित कार्यशाला में विभिन्न तकनीकों की चर्चा की गई।
उप्र पुलिस रेडियो के 84वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यशाला में डीजी टेलीकाम आशुतोष पांडेय व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने नई तकनीकी व भविष्य की चुनौतियों पर चर्चा की। प्रस्तुतिकरण भी दिए। पीओसी (पुश टू टाक ओवर सेल्युलर) तकनीक पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यशाला में पुलिस प्रणाली में दक्षता, आत्मनिर्भरता व गुणवत्तापूर्ण कार्य पर बल दिया गया। विभाग में प्रधानमंत्री के ‘पंच-प्रण’ को देश हित में बताते उनके अनुपालन पर विशेष बल दिया गया। इससे पूर्व डीजी टेलीकाम ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। प्रदेश के सभी जिलों से रेडियो विभाग के अधिकारियों व कर्मियों ने कार्यशाला में आनलाइन प्रतिभाग किया।
हर नागरिक को मिले बेहतर इलाज: ब्रजेश पाठक
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का कहना है कि प्रदेश में आमजन को बेहतर इलाज उपलब्ध कराना पहली प्राथमिकता है। इस दिशा में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शुक्रवार को विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बड़े पैमाने पर बनाए जाएं और केंद्र व राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे।
इसके लिए विभागीय स्तर पर व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से प्रदेश के मेडिकल कालेजों में आउटसोर्सिंग और अन्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी भी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा व परिवार कल्याण अमित घोष, विशेष सचिव प्रभात कुमार, महानिदेशक स्वास्थ्य डा. रतनपाल सिंह सुमन, डीजी ट्रेनिंग डा. पवन कुमार, सचिव रितु महेश्वरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।