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    द‍ीवाली पर यूपी में 22 पुल‍िसकर्मि‍यों को म‍िला प्रमोशन का ग‍िफ्ट, PPS से बनाए गए IPS अधि‍कारी

    Updated: Wed, 30 Oct 2024 12:22 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश पुलिस को 22 और आईपीएस अधिकारी मिल गए हैं। दीपावली से पूर्व पीपीएस संवर्ग के अधिकारियों को खुशखबरी मिली है। उनकी पदोन्नति आईपीएस संवर्ग मे ...और पढ़ें

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    गृह मंत्रालय ने प्रमोशन का जारी क‍िया आदेश।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस को 22 और आईपीएस अधिकारी मिल गए हैं। दीपावली से पूर्व पीपीएस संवर्ग के अधिकारियों को खुशखबरी मिली है। उनकी पदोन्नति आईपीएस संवर्ग में हो गई है। गृह मंत्रालय ने इसका आदेश जारी कर दिया है। प्रोन्नत अधिकारियों में दो दंपती भी हैं।

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    मनोज कुमार अवस्थी व उनकी पत्नी अमृता मिश्रा तथा चिरंजीव नाथ सिन्हा व उनकी पत्नी रश्मी रानी को एक साथ प्रोन्नति मिली है। हालांकि दो अपर पुलिस अधीक्षकों का लिफाफा बंद रहा। पदोन्नति के लिए विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक सात अक्टूबर को हुई थी, जिसमें 24 अपर पुलिस अधीक्षकों के नाम शामिल थे। वहीं पुलिस विभाग में नागरिक पुलिस के 439 उपनिरीक्षकों को निरीक्षक के पद पर प्रोन्नति प्रदान की गई है।

    आईपीएस संवर्ग में प्रोन्नति पाने वाले अधिकारियों में बजरंग बली, दिनेश यादव, समीर सौरभ, मु. इरफान अंसारी, अजय प्रताप, नैपाल सिंह, कमलेश बहादुर, राकेश कुमार सिंह, लाल भारत कुमार पाल, रश्मी रानी, अनिल कुमार यादव, लक्ष्मी निवास मिश्रा, राजेश कुमार श्रीवास्तव, चिरंजीव नाथ सिन्हा, विश्वजीत श्रीवास्तव, मनोज कुमार अवस्थी, अमृता मिश्रा, रोहित मिश्रा, शिव राम यादव, अशोक कुमार, दीपेन्द्र नाथ चौधरी व मायाराम शामिल हैं। संजय कुमार यादव व संजय कुमार के लिफाफे बंद रहे। संजय कुमार यादव निलंबित चल रहे हैं। संजय कुमार के विरुद्ध विभागीय जांच लंबित है।

    अतिरिक्त निरीक्षक समेत 11 पुलिसकर्मी हटे

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने मंगलवार को काम में लापरवाही और दुर्व्यवहार करने वाले अतिरिक्त निरीक्षक समेत 11 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। सभी के खिलाफ कई दिनों से शिकायतें आ रही थीं।

    डीसीपी पूर्वी की तरफ से जारी किए गए आदेश के मुताबिक, पीजीआई थाने में तैनात अतिरिक्त निरीक्षक अमित सिंह, दारोगा गोविंद ओझा, कमता चौकी इंचार्ज हर्षित मान, गोमतीनगर थाने में तैनात दारोगा राकेश चौरसिया, आशियाना में तैनात मुख्य आरक्षी संदीप शर्मा और अशोक शर्मा, पीजीआइ थाने में तैनात मुख्य आरक्षी मुकीम, चिनहट में तैनात मुख्य आरक्षी रजनीश तिवारी, विभूतिखंड में तैनात आरक्षी सत्येंद्र राय, गोमतीनगर विस्तार में तैनात आरक्षी गुलाब चंद्र और गोमतीनगर में तैनात आरक्षी अंजलि शर्मा को लाइन हाजिर किया गया है। इस मामले में डीसीपी ने बताया कि लापरवाही और दुर्व्यवहार करने की शिकायतें आ रही थी। इसलिए इन सभी पर कार्रवाई की गई है।

    पूर्वी जोन में लगातार हो रही घटनाएं

    पूर्वी जोन की बात की जाए तो पिछले कई दिनों से लगातार घटनाएं हो रही थीं, जिनमें स्टील कारोबारी से 20 लाख रुपये की टप्पेबाजी, व्यापारी से लूट का प्रयास, छेड़छाड़, सामूहिक दुष्कर्म, चेन स्नैचिंग समेत अन्य घटनाएं शामिल हैं। इससे यह साफ है कि जोन में पुलिस गश्त तक नहीं हो रही है। जबकि उच्चाधिकारियों की तरफ से निर्देश है कि स्नैचिंग और महिला संबंधित अपराधों पर लगाम लगानी है, लेकिन पुलिसकर्मी उसमें सफल नहीं हो पा रहे हैं।

    मोहित की मौत के बाद हुई कार्रवाई

    पिछले कई दिनों से इन पुलिसकर्मियों की शिकायतें संबंधित अधिकारियों के पास पहुंच रही थीं। उन शिकायतों पर कार्रवाई तो दूर सुनवाई तक नहीं की जा रही थी। ऐसे में मोहित की मौत के बाद डीसीपी पूर्वी ने आननफानन कार्रवाई शुरू की।