UP News: पुलिस कार्रवाई के बाद भी पशु तस्करों के हौसले बुलंद, संपत्तियां जब्त हाेने बाद भी धंधे पर लगाम नहीं
उत्तर प्रदेश पुलिस ने गोकशी और गौतस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए पिछले बीस महीनों में कई मुकदमे दर्ज किए हैं और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एनएसए के तहत भी कार्रवाई की है और करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की है। पुलिस महानिदेशक मुख्यालय ने चेकिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पुलिस के लगातार कार्रवाई के बाद भी गोकशी व गौतस्करी की घटनाएं जारी हैं। गोरखपुर में पशु तस्करों द्वारा छात्र दीपक गुप्ता की हत्या की घटना के बाद और बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
पुलिस ने पशु तस्करों की 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां भी जब्त की है, पर उनका काला कारोबार जारी है। डीजीपी मुख्यालय स्तर से पशु तस्करों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित कराए जाने के साथ ही चेकिंग बढ़ाए जाने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस के अनुसार पिछले वर्ष एक जनवरी से 31 अगस्त तक बीस माह में पशु तस्करों के विरुद्ध वृहद कार्रवाई की गई है। इस अवधि में गोकशी के 699 मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें 2,279 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया और 539 आरोपितों ने कोर्ट में समर्पण किया, जबकि गौतस्करी के 1,200 मुकदमे दर्ज किए गए।
इनमें 2,709 आरोपितों काे पुलिस ने गिरफ्तार किया और 568 आरोपितों ने कोर्ट में समर्पण किया। जबकि कुल 15 आरोपितों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत भी कार्रवाई की गई। गोकशी के मामलों में छह आरोपितों के विरुद्ध एनएसए व 539 के विरुद्ध गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
467 आरोपितों की हिस्ट्रीशीट खोली गई और 781 आरोपितों के विरुद्ध गैंग्सटर्स एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 9.19 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की गईं। ऐसे ही गौतस्करी में नौ आरोपितों के विरुद्ध एनएसए व 476 के विरुद्ध गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
288 की हिस्ट्रीशीट खोली गई। 1,328 आरोपितों के विरुद्ध गैंग्सटर्स एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 9.97 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की गईं।
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