Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP Police Bharti Paper Leak: गिरोह में शामिल बिहार का डाक्टर भी गिरफ्तार, ऐसे रची थी साजिश; STF ने खोली पोल

    Updated: Sat, 16 Mar 2024 08:00 PM (IST)

    UP Police Bharti Paper Leak एडीजी एसटीएफ व कानून-व्यवस्था अमिताभ यश के अनुसार पटना (बिहार) की आदर्श कॉलोनी निवासी डा. शुभम मंडल ने वर्ष 2021 में नालंदा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था। वर्तमान में वह संविदा पर कटिहारी (बिहार) के बरारी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बतौर चिकित्सक नियुक्त है। पूछताछ में सामने आया कि वह पटना मेडिकल कॉलेज से वर्ष 2021 में एमबीबीएस किया था।

    Hero Image
    गिरोह में शामिल बिहार का डाक्टर भी गिरफ्तार

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने टीसीआइ कंपनी के वेयर हाउस में ट्रंक बॉक्स खोलकर सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर निकालने के आरोपित डा.शुभम मंडल को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। बिहार निवासी डा.शुभम ने ही पेपर की फोटो खींचकर उसे गिरोह के सरगना तक पहुंचाया था। एसटीएफ गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों की तलाश में भी जुटी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एडीजी एसटीएफ व कानून-व्यवस्था अमिताभ यश के अनुसार पटना (बिहार) की आदर्श कॉलोनी निवासी डा. शुभम मंडल ने वर्ष 2021 में नालंदा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था। वर्तमान में वह संविदा पर कटिहारी (बिहार) के बरारी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बतौर चिकित्सक नियुक्त है।

    की है एमबीबीएस की पढ़ाई

    पूछताछ में सामने आया कि डा. शुभम के बचपन के मित्र बिटटू ने भी पटना मेडिकल कॉलेज से वर्ष 2021 में एमबीबीएस किया था। वर्ष 2017 में डा. शुभम व बिटटू बिहार में नीट का पेपर लीक कराने के मामले में जेल गए थे। बिटटू ने ही डा. शुभम की मुलाकात नोएडा निवासी रवि अत्री से कराई थी। रवि अत्री के कहने पर ही डा.शुभम बिहार से अहमदाबाद पहुंचा था और वेयर हाउस में अलग-अलग दिन ट्रंक बाक्स खोलकर दो पेपर की फोटो खींची थीं।

    पेपर लीक के लिए ऐसे रची थी साजिश

    एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार डा.शुभम ने ट्रंक बॉक्स खोलने का प्रशिक्षण अपने दोस्त डा.बिट्टू से लिया था। डा.शुभम बिहार से फ्लाइट से अहमदाबाद पहुंचा था। एयरपोर्ट से गिरोह के सदस्य रवि अत्री, अभिषेक शुक्ला व राजीव नयन मिश्रा उसे अपने साथ ले गए थे। डा.शुभम को वेयर हाउस के भीतर खिड़की के रास्ते टीसीआइ कंपनी के कर्मचारी रोहित पांडेय व शिवम गिरि ले गए थे और सीसीटीवी कैमरों से बचाकर उसे ट्रंक बाक्स तक पहुंचाया था।

    शुभम ने ऐसे किया पेपर लीक

    डा. शुभम ने पेचकश, प्लास व सूजे की मदद से ट्रंक बाक्स को खोलकर पेपर का पैकेट निकाला था। पैकेट को ब्लेड से काटकर पेपर की फोटो खींची थी और पेपर रखकर पैकेट को पारदर्शी टेप से चिपकाकर वापस ट्रंक बाक्स में रख दिया था। फिर ट्रंक बाक्स को बंद कर उसके स्थान पर रख दिया गया था। डा.शुभम ने यह काम दो बार किया था। गिरोह ने दो पेपर हासिल करने के बाद नौ फरवरी को एक अन्य पेपर को लीक करने का प्रयास भी किया था पर सफल नहीं हो सका था। पेपर को सुरक्षित रखने व उसके परिवहन की जिम्मेदारी कंपनी ने टीसीआइ एक्सप्रेस, अहमदाबाद को सौंपी गई थी।

    शिवम और रोहित को किया गया गिरफ्तार

    एसटीएफ ने शुक्रवार को टीएसआइ के कर्मचारी मीरजापुर निवासी शिवम गिरि व भदोही निवासी रोहित कुमार पांडेय के अलावा पूर्व कर्मचारी प्रयागराज निवासी अभिषेक शुक्ला को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर पेपर लीक का राजफाश किया था। राजीव मिश्रा व रवि अत्री समेत अन्य की तलाश की जा रही है। डा.शुभम का दाखिला मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में कराया गया था। एसटीएाफ की मेरठ यूनिट ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।

    डा.शुभम मांग रहा था 15 लाख

    एसटीएफ के अनुसार डा.शुभम ने रवि अत्री से पेपर लीक में उसकी भूमिका के लिए 15 लाख रुपयों की मांग की थी। रवि अत्री ने उससे कहा था कि यदि पेपर निरस्त नहीं हुआ, तब उसे यह रकम दी जाएगी।