UP PCS Exam 2025: पीसीएस प्री परीक्षा में एआई से होगी निगरानी, मुख्य सचिव ने दिए निर्देश
मुख्य सचिव एसपी गोयल ने प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2025 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने निष्पक्ष परीक्षा कराने के निर्देश दिए और कहा कि प्रश्नपत्र लीक होने पर सख्त कार्रवाई होगी। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे सक्रिय रहेंगे। सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जाएगी। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 12 अक्टूबर को दो पालियों में होगी जिसमें 626387 अभ्यर्थी शामिल होंगे।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्य सचिव एसपी गोयल ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रा.) परीक्षा एवं एसीएफ/आरएफओ सेवा (प्रा.) परीक्षा-2025 की तैयारियों की समीक्षा की।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि परीक्षा निष्पक्ष, नकलविहीन और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।जिलाधिकारी व्यक्तिगत निगरानी में परीक्षा केंद्रों पर आयोग के मानकों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे सक्रिय रहें और एलआइयू व एसटीएफ टीमें सतर्क रहें।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रश्नपत्र लीक या अनुचित साधनों के प्रयोग की स्थिति में भारतीय न्याय संहिता और उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-2024 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने इंटरनेट मीडिया निगरानी सेल बनाने, अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने और बारिश की स्थिति में अभ्यर्थियों को केंद्र तक पहुंचने में कोई परेशानी न होने देने के निर्देश दिए। परीक्षा में जामा तलाशी, बायोमेट्रिक सत्यापन और एआइ आधारित लाइव निगरानी की व्यवस्था की जाएगी।
पीसीएस प्री परीक्षा 12 अक्टूबर को दो पालियों में होगी। प्रथम पाली सुबह 9:30 से 11:30 और द्वितीय पाली दोपहर 2:30 से 4:30 बजे तक होगी। कुल 6,26,387 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा 75 जिलों के 1,435 केंद्रों पर आयोजित होगी, जिनमें 248 सरकारी व 1,187 वित्त पोषित विद्यालय शामिल हैं।
सर्वाधिक परीक्षा केंद्र प्रयागराज (67), लखनऊ (59), वाराणसी (49) और मेरठ (42) में बनाए गए हैं। परीक्षा के सफल आयोजन के लिए जिला स्तर पर डीएम को नोडल अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी-पुलिस, आयोग के अधिकारी को समन्वय पर्यवेक्षक तथा आयोग के कार्मिक को सहायक पर्यवेक्षक नामित किया गया है।
बैठक में प्रमुख सचिव नियुक्ति एम देवराज, सचिव गृह मोहित गुप्ता, उप्र लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत व सचिव अशोक कुमार मौजूद थे।
सीजेआई से अभद्रता की कोशिश की मायावती ने की निंदा
भारत के मुख्य न्यायाधीश से अभद्रता की कोशिश की बसपा सुप्रीमो मायावती ने निंदा की है। बसपा प्रमुख ने सोमवार को एक्स पर लिखा, ‘भारत के प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई के साथ आज कोर्ट में सुनवाई के दौरान उन पर अभद्रता करने की कोशिश अति दुखद है। इस शर्मनाक घटना की जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है। सभी को इसका उचित संज्ञान जरूर लेना चाहिए।’
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।