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    उत्तर प्रदेश में मरीजों को घर बैठे मिलेगी लैब जांच रिपोर्ट; SMS, WhatsApp और PHR पोर्टल पर होगी अपलोड

    Updated: Sat, 19 Jul 2025 06:14 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करते हुए मरीजों को एक बड़ी राहत दी है। अब राज्य के मरीजों को अपनी लैब जांच रिपोर्ट के लिए अस्पताल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे क्योंकि उन्हें यह रिपोर्ट उनके पंजीकृत नंबर पर ही मिल जाएगी। सुविधा सीएचसी से लेकर बड़े अस्पतालों तक में उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में स्वास्थ्य व्यवस्था में तकनीकी सुधार किए जा रहे हैं।

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    उत्तर प्रदेश में मरीजों को अब मोबाइल पर मिलेगी लैब रिपोर्ट

    डिजिटल डेस्क, लखनऊ। योगी सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी है। अब प्रदेशभर के मरीजें को लैब जांच रिपोर्ट के लिए अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। उन्हे लैब रिपोर्ट उनकी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेज दी जाएगी। यह सुविधा मरीजों को जांच के बाद कुछ ही घंटाें में मिल जाएगी। यह सुविधा सीएचसी लेकर बड़े अस्पतालों में भी मरीजों को मिलेगी।

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    यह सुविधा अभी राजधानी के बड़े अस्पतालों में ही उपलब्ध थी। सीएम योगी के निर्देश पर सुविधा प्रदेश के हर जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक विस्तारित की गयी है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था लगातार तकनीकी और प्रशासनिक सुधारों की बढ़ रही है। ऐसे में घर बैठे लैब जांच रिपोर्ट की सुविधा बड़ी पहल है।

    एसएमएस और व्हाट्सएप पर मिलेगी लैब जांच रिपोर्ट

    स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सचिव रितु माहेश्वरी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में जांच के लिए आने वाले मरीजों को जांच रिपोर्ट अब मोबाइल पर उपलब्ध करायी जाएगी। इसके प्रदेश के अस्पतालों में संचालित हॉस्पिटल मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) को लैब इंफॉर्मेशन सिस्टम (LIS) से कनेक्ट किया गया है। इसे आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM)के तहत किया गया है।

    अब मरीज की जांच रिपोर्ट सीधे उसके पर्सनल हेल्थ रिकार्ड (PHR) पोर्टल या मोबाइल एप पर उपलब्ध होगी। इसके साथ ही एसएमएस और व्हाट्सएप के माध्यम से भी रिपोर्ट साझा की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले मरीज को जांच के बाद रिपोर्ट लेने के लिए फिर से अस्पताल जाना पड़ता था, जिसमें समय भी लगता था और इलाज में भी देरी होती थी।

    कई बार रिपोर्ट खो जाने की स्थिति में दोबारा जांच करानी पड़ती थी। अब एक बार जांच के बाद रिपोर्ट घर बैठे मिल जाएगी। जांच रिपोर्ट सीधे मरीज के व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड (PHR)पर भेजी जाएगी। मरीज उसे कभी भी कहीं से भी डाउनलोड कर सकते हैं। जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद मरीज के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस अलर्ट जाएगा और लिंक भेजा जाएगा, जिससे वह रिपोर्ट देख या डाउनलोड कर सकेंगे।

    इलाज के लिए नहीं करना पड़ेगा लैब रिपोर्ट का इंतजार

    सचिव रितु माहेश्वरी ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीज की रिपोर्ट हॉस्पिटल इंफॉर्मेशन सिस्टम के माध्यम से संबंधित डॉक्टर के पास सीधे पहुंचेगी, जिससे इलाज में देरी नहीं होगी और सटीकता बढ़ेगी। यह सुविधा रिपोर्ट की सटीकता, समयबद्धता और पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में विश्वास और दक्षता बढ़ेगी। मरीज स्वयं अपनी रिपोर्ट को पीएचआर एप के माध्यम से डाउनलोड कर सकेंगे और आवश्यकता अनुसार अन्य डॉक्टरों या अस्पतालों के साथ साझा कर सकेंगे।

    वहीं मरीज आभा आईडी के सभी मेडिकल रिकॉर्ड एकीकृत रूप में देख सकते हैं और नियंत्रण में रख सकेंगे। इसे प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की प्रयोगशालाओं में लागू किया जा रहा है। बता दें कि वर्तमान में कई अस्पतालों में यह व्यवस्था पहले से ही सक्रिय है और मरीजों को रिपोर्ट मोबाइल ेप, एसएमएस और व्हाट्सएप के माध्यम से भेजी जा रही है।