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    यूपी पंचायत चुनाव में बढ़े 40.19 लाख वोटर, स्थायी पहचान के लिए हर मतदाता का होगा 'स्टेट वोटर नंबर'

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 12:34 AM (IST)

    त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के लिए मतदाता सूची वृहद पुनरीक्षण अभियान में 40.19 लाख नए वोटर जोड़े गए हैं, जिससे प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख् ...और पढ़ें

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतदाता सूची वृहद पुनरीक्षण-2025 अभियान में 40.19 लाख नए वोटर बढ़े हैं। अब प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या बढ़कर 12.69 करोड़ हो गई है। वर्ष 2021 में कुल वोटर 12.29 करोड़ थे। पुनरीक्षण में विभिन्न कारणों से 1.41 करोड़ नाम काटे गए और 1.81 करोड़ नाम जोड़े गए हैं। दावे-आपत्तियों के लिए मतदाता सूची का प्रकाशन 23 दिसंबर को होगा।

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    छह फरवरी को सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। इस बार मतदाता को स्टेट वोटर नंबर (एसवीएन) दिया जा रहा है, जो पंचायत चुनाव में उसकी स्थायी पहचान बनेगा। राज्य निर्वाचन आयुक्त राज प्रताप सिंह ने गुरुवार को प्रेस वार्ता में बताया कि नए मतदाताओं में लगभग 15 लाख 18 वर्ष आयु वाले हैं।

    18 से 23 वर्ष तक आयु वाले कुल वोटर की संख्या 1.05 करोड़ है। उन्होंने बताया कि पुनरीक्षण शुरू करने से पहले वर्ष 2021 की मतदाता सूची में शामिल 12.29 करोड़ मतदाताओं को इस बार स्टेट वोटर नंबर आवंटित किया गया। पहली बार ईबीएलओ एप से घर-घर जाकर मतदाता की पहचान की गई। जिन वोटर के नाम एक बार से ज्यादा मिले उन्हें विलोपित किया गया।

    एप से 1,31,22,867 मतदाता के नाम जोड़े गए, 16,46,232 संशोधित किए गए और 72,42,565 के नाम हटाए गए, जो कुल कार्य का लगभग 64 प्रतिशत है। जो बीएलओ एप पर कार्य करना नहीं जानते थे, उन्होंने गणना प्रपत्र से पुनरीक्षण का कार्य किया। आयुक्त ने बताया कि 90,76,015 डुप्लीकेट वोटर ऐसे थे, जिनका नाम दो या तीन बार पाया गया। ऐसे 2,27,33,769 को चिह्नित करके सत्यापन कराया गया। सत्यापन के बाद 53,67,410 मतदाताओं के नाम हटाए गए, जो कि कुल हटाए गए वोटर का 39 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि पहली पंचायत चुनाव में फेस रिकाग्निशन सिस्टम (एफआरएस) का उपयोग किया जाएगा।

    इसमें मोबाइल एप से मतदाता की मौके पर ही फोटो खींची जाएगी और अपलोड की जाएगी। इसके बाद वह कहीं दूसरी जगह मतदान नहीं कर पाएगा। इसका ट्रायल किया गया है, एक फोटो अपलोड करने में 30 सेकंड का समय लग रहा है। इससे फर्जी वोटिंग पर रोक लगेगी।

    मतदाताओं की पहचान बनेगा एसवीएन

    स्टेट वोटर नंबर (एसवीएन) किसी भी वोटर को एक बार ही आवंटित होगा। अल्फान्यूमेरिक (अक्षरों और संख्याओं का मिश्रण) कोड में पहले तीन अक्षर संबंधित ब्लाक का कोड होंगे, इसके बाद महिला (एम) या पुरुष (एफ) होगा। इसके बाद दो अक्षर के साथ मतदाता का नंबर होगा। एक बार आवंटित नंबर किसी और को नहीं दिया जाएगा। जो मतदाता सूची से विलोपित होगा, उसका नंबर फ्रीज कर दिया जाएगा। छह फरवरी के बाद बढ़े हुए मतदाताओं को नए नंबर आवंटित किए जाएंगे।

    सबसे ज्यादा यहां बढ़े वोटर

    लखीमपुर खीरी- 1.80 लाख

    गोंडा- 1.62 लाख

    सिद्धार्थ नगर - 1.61 लाख

    बहराइच - 1.29 लाख

    इन जिलों में घटे वोटर

    गाजीपुर - 72,000

    महोबा - 20,000

    कुशीनगर- 14,000

    मैनपुरी - 10,000

    यहां मिले सबसे अधिक डुप्लीकेट वोटर

    बलिया - 1.09 लाख

    शाहजहांपुर - 1.07 लाख

    देवरिया -1.04 लाख

    जौनपुर -1.04 लाख

    अलीगढ़ -1.04 लाख.. (नोट- सभी संख्या लगभग में है।)

    पुनरीक्षण के बाद स्थिति सदस्य

    पंचायत और वोटर डेटा (2021 बनाम 2025)
    श्रेणी वर्ष 2021 वर्ष 2025
    ग्राम पंचायत सदस्य 7,32,643 7,26,141
    प्रधान 58,189 57,694
    क्षेत्र पंचायत सदस्य 75,845 75,335
    जिला पंचायत सदस्य 3,050 3,021
    पोलिंग स्टेशन 80,750 79,857
    पोलिंग बूथ 2,02,482 1,99,633
    वोटर 12,43,89,135 12,69,69,610