UP News: नकली खाद पर सतर्क सरकार, सिखाएगी पहचान का तरीका
Fake and Mixed Fertilizer in UP कालाबाजारी ओवरेटिंग उर्वरकों के दुरुपयोग से लेकर नकली खाद की बिक्री तक के मामले सामने आए। अगस्त माह में ही झांसी शाहजहांपुर प्रयागराज मेरठ हापुड़ आगरा औरेया हरदोई आदि जिलों में नकली डीएपी जिंक सल्फेट यूरिया और पोटाश खाद (एमओपी) आदि की आपूर्ति का खेल पकड़ा जा चुका है।

दिलीप शर्मा, जागरण, लखनऊ: खरीफ सीजन में खाद की मारामारी के बीच नकली उर्वरक खपाने का खेल सामने आने के बाद सरकार सतर्क हो गई है। बीते तीन माह में नकली खाद को लेकर आठ मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
अब रबी सीजन में भी किसानों के साथ धोखे का यह खेल जारी रहने की आशंका है। ऐसे में निगरानी कड़ी करने के साथ किसानों को जागरूक करने की मुहिम भी चलाई जाएगी। रबी सीजन में चलने वाले ''विकसित कृषि संकल्प अभियान'' में अन्य जानकारियां देने के साथ किसानों को असली उर्वरकों की पहचान का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
इस साल खरीफ सीजन में कृषि विभाग से लेकर सरकार तक को खाद के संकट से जूझना पड़ा। कालाबाजारी, ओवरेटिंग, उर्वरकों के दुरुपयोग से लेकर नकली खाद की बिक्री तक के मामले सामने आए। अगस्त माह में ही झांसी, शाहजहांपुर, प्रयागराज, मेरठ, हापुड़, आगरा, औरेया, हरदोई आदि जिलों में नकली डीएपी, जिंक सल्फेट, यूरिया और पोटाश खाद (एमओपी) आदि की आपूर्ति का खेल पकड़ा जा चुका है।
कहीं नमक ओर बालू मिलाकर पोटाश के नाम पर बेचा जा रहा था तो कहीं मार्बल पाउडर आदि डालकर खाद बनाई जा रही थी। कई जगह मिलावटी उर्वरकों की बिक्री के मामले भी सामने आए हैं। इनका उपयोग करने वाले किसानों की फसलाें का उत्पादन प्रभावित होने की भी शिकायतें है। अब विभाग रबी सीजन में इस अंकुश की रणनीति बना रहा है।
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने तीन से 18 अक्टूबर तक चलने वाले 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' में इस बिंदु को शामिल करने के निर्देश दिए हैं। अभियान के तहत 6,725 स्थानों पर कृषि वैज्ञानिक, कृषि, उद्यान आदि संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा किसानों से सीधा संवाद किया जाएगा। इसके इस आयोजनों में किसानों को इस्तेमाल करने से पहले खाद की पहचान करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। वैज्ञानिक असली यूरिया, डीएपी, एमओपी, सुपर फास्फेट, जिंक सल्फेट की पहचान के तरीकों का प्रदर्शन कर उनको प्रशिक्षित करेंगे।
ऐसे पहचानें असली उर्वरक
यूरिया की पहचान
- सफेद चमकदार, लगभग समान आकार के गोल दाने।
- पानी में पूर्णतया घुल जाना तथा घोल छूने पर शीतल अनुभूति।
- गर्म तवे पर रखने से पिघल जाता है।
डीएपी की पहचान
- सूखा, दानेदार, भूरा, काला, बादामी रंग नाखूनों से आसानी से नहीं छूटता।
- डीएपी के कुछ दानों में चूना मिलाकर मलने पर तीक्ष्ण गंध निकलती है, जिसे सूंघना असहनशील होता है।
- तवे पर धीमी आंच में गर्म करने पर दाने फूल जाते हैं।
पोटाश खाद की पहचान
- सफेद कणाकार, पिसे नमक तथा लाल मिर्च जैसा मिश्रण।
- ये कण नम करने पर आपस में चिपकते नहीं।
- पानी में घोलने पर खाद का लाल भाग पानी में ऊपर तैरता है।
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