UP News: पुलिस की निगरानी में होगी समीक्षा अधिकारी की परीक्षा, मुख्य सचिव ने जिला व पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने समीक्षा अधिकारी परीक्षा को शुचिता से कराने के निर्देश दिए हैं। 27 जुलाई को होने वाली परीक्षा के लिए 1076004 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी और बायोमेट्रिक प्रक्रिया का उपयोग किया जाएगा। एसटीएफ द्वारा विशेष निगरानी रखी जाएगी और अग्निवीर रैली के लिए भी तैयारियां की जा रही हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा पूरी शुचिता से कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि सिपाही भर्ती परीक्षा की ड्यूटी में तैनात प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों की निगरानी में परीक्षा आयोजित कराई जाए। साथ ही परीक्षा केंद्रों पर सेक्टर व स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाए। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जाए।
बुधवार को मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा की। सभी जिलों में बने 2,382 केंद्रों पर यह परीक्षा 27 जुलाई को सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक एक सत्र में आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के लिए 10,76,004 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है।
उन्होंने सभी परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक के लिए पर्याप्त उपकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। कहा कि समय से तलाशी और बायोमेट्रिक प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। कंट्रोल रूम से सभी परीक्षा कक्षों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से की जाए।
प्रश्न पत्रों की निकासी और उत्तर पुस्तिकाओं को ट्रेजरी में जमा करने के लिए एडीएम स्तर के अधिकारी तैनात किए जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में ओएमआर शीट परीक्षा केंद्र से बाहर न जाए। परीक्षा के दौरान एसटीएफ द्वारा विशेष निगरानी रखी जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि अग्निवीर रैली की शारीरिक और मेडिकल परीक्षा बरेली, आगरा, अमेठी, मेरठ, बनारस और लखनऊ में आयोजित की जाएगी। इसलिए संबंधित जिलों के जिलाधिकारी रैली के आयोजन को लेकर सेना के अधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर सारी तैयारियां समय से पूर्व सुनिश्चित कर लें।
डीजीपी राजीव कृष्णा ने कहा कि परीक्षा की शुचिता के लिए पुलिस भर्ती परीक्षा में नोडल अधिकारी के रूप में कार्यरत पुलिस अधिकारियों को उनकी विशेषज्ञता के आधार पर इस परीक्षा में तैनात किया जाए।
लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत ने बताया कि परीक्षा केंद्रों में प्रवेश के समय डबल लेयर फ्रिस्किंग की व्यवस्था की गई है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित अलर्ट और रिस्पांस व्यवस्था लागू की गई है। इंटरनेट मीडिया पर निगरानी के लिए विशेष सेल का गठन किया गया है।
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