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    UP Education News : पांच समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालयों में शुरू होगी पढ़ाई

    Updated: Mon, 11 Aug 2025 07:01 PM (IST)

    UP Education News इन जिलों में स्थापित समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालयों के संचालन के लिए पदों का सृजन कर दिया गया है। इनमें नियमित वेतनमान के 128 पद और आउटसाेर्सिंग वाले 50 पद शामिल हैं। भर्तियों के बाद इन विद्यालयों में पढ़ाई शुरू की जाएगी। कक्षा छह से 12वीं तक के दिव्यांग और सामान्य विद्यार्थियों को एक साथ शिक्षा प्रदान की जाती है।

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    पांच समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालयों में शुरू होगी पढ़ाई

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार समावेशी शिक्षा की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इसी कड़ी में अब दिव्यांग और सामान्य बच्चे एक ही स्कूल में साथ पढ़ सकेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर दिव्यांग छात्रों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें समान अवसर देने की दिशा में ठोस कदम उठाया जा रहा है।

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    सरकार के प्रयास से एटा, प्रतापगढ़, बुलंदशहर, गाजियाबाद और मीरजापुर में दिव्यांग विद्यार्थियों को सामान्य छात्र-छात्राओं के साथ पढ़ाई की सुविधा मिलने जा रही है। इन जिलों में स्थापित समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालयों के संचालन के लिए पदों का सृजन कर दिया गया है। इनमें नियमित वेतनमान के 128 पद और आउटसाेर्सिंग वाले 50 पद शामिल हैं। भर्तियों के बाद इन विद्यालयों में पढ़ाई शुरू की जाएगी।

    दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। कक्षा छह से 12वीं तक के दिव्यांग और सामान्य विद्यार्थियों को एक साथ शिक्षा प्रदान की जाती है। प्रत्येक विद्यालय में 560 सीटाें में से 50 प्रतिशत सीट दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए आरक्षित हैं। वर्तमान में प्रयागराज, कन्नौज, औरैया, आजमगढ़, बलिया, महराजगंज और लखनऊ में ये विद्यालय चल रहे हैं।

    सुविधा के विस्तार के लिए एटा, प्रतापगढ़, बुलंदशहर, गाजियाबाद और मीरजापुर में भी समेकित विद्यालयों की स्थापना की गई है, परंतु स्टाफ की तैनाती न होने के कारण पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी है। अब पद सृजन के बाद विभाग जल्द ही इन पदों पर भर्ती की तैयारी कर रहा है। सभी पदों का सृजन अस्थायी रूप से 28 फरवरी 2026 तक के लिए किया गया है। इसके बाद आवश्यकतानुसार पदों की निरंतरता पर निर्णय लिया जाएगा।

    इन पदों का हुआ सृजन

    पांचों विद्यालयों में नियमित वेतनमान के प्रधानाचार्य का एक-एक पद, हिंदी, अंग्रेजी, नागरिक शास्त्र, समाज शास्त्र, अर्थशास्त्र, संस्कृत, संगीत वादन, इतिहास, संगीत गायन, गणित व गृह विज्ञान विषय के लिए प्रवक्ता का एक-एक पद, हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, जीवन विज्ञान, कला, सामाजिक विज्ञान, कृषि विज्ञान, संस्कृत, शारीरिक शिक्षा व गृह विज्ञान विषय के लिए एलटी ग्रेड शिक्षक का एक-एक पद, दृष्टिबाधितार्थ और श्रवणबाधितार्थ बच्चों के लिए अलग-अलग एक-एक विशेष शिक्षक का पद, कंप्यूटर प्रशिक्षक का एक-एक पद, मोबिलिटी अध्यापक का एक-एक पद, सांकेतिक भाषा इंटरप्रेटेटर के दो-दो पद, प्रयोगशाला सहायक के एक-एक पद, वरिष्ठ सहायक के एक-एक पद, कनिष्ठ सहायक के एक-एक पद, छात्रावास अधीक्षक के एक-एक पद, शीघ्र पहचान इकाई प्रशिक्षक के एक-एक पद, व्यावसायिक प्रशिक्षण इकाई प्रशिक्षक के एक-एक पद और बेल मुद्रण तकनीशियन के एक-एक पद का सृजन किया गया है। इनके अलावा चिकित्सक, कहार, रसोइया, चौकीदार, स्वीपर, दफ्तरी, चपरासी, माली, लाइब्रेरी अटेंडेंट, छात्र परिचर-केयर टेकर के एक-एक पद पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से सेवा ली जाएगी।