UP: नौकरी और रोजगार भाजपा के एजेंडे में नहीं: अखिलेश यादव
Samajwadi Party President Akhilesh Yadav : सपा प्रमुख ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि प्रतियोगी विद्यार्थियों का प्रस्तावित आंदोलन भ्रष्टाचार के खि ...और पढ़ें

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में प्रस्तावित प्रतियोगी विद्यार्थियों के आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया है। सपा प्रमुख ने कहा कि नौकरी और रोजगार, भाजपा के एजेंडे में नहीं है। भाजपा सत्ता से हटेगी तभी नौजवानों को नौकरियां रोजगार मिलेगा।
सपा प्रमुख ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि प्रतियोगी विद्यार्थियों का प्रस्तावित आंदोलन भ्रष्टाचार के खिलाफ है। हमारा समर्थन प्रतियोगी छात्रों के साथ हमेशा रहा है और रहेगा। यह राजनीति का नहीं, युवाओं के भविष्य का सवाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने नौजवानों का भविष्य बर्बाद कर दिया है।
शिक्षा विभाग से लेकर प्रदेश सरकार के तमाम विभागों में बड़ी संख्या में पद खाली हैं, लेकिन भाजपा सरकार भर्तियां नहीं कर रही। बड़ी संख्या में छात्र-नौजवान लंबे समय से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नौकरियां नहीं मिल रही है। भाजपा इस मुद्दे पर बात नहीं करती। वह समाज को बांटने के लिए नए-नए मुद्दों में उलझाए रखना चाहती है। भाजपा विवादी पार्टी है, जो हर जगह विवाद खोजती है।
वहीं बुधवार को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने वर्ष 2027 में प्रदेश में सपा सरकार बनने पर गरीब महिलाओं को हर साल 40 हजार रुपये देने का भी वादा किया। कहा कि पिछली सपा सरकार ने माताओं और बहनों के लिए समाजवादी पेंशन स्कीम चलाई थी। इस बार 40 हजार रुपये देने की योजना है।
सपा प्रमुख से मिला इराकी प्रतिनिधि मंडल
मौलाना जावेद आब्दी के नेतृत्व में गुरुवार को नजफ इराक के आध्यात्मिक नेता अयातुल्ला शेख मोहम्मद याकूबी के प्रतिनिधियों अल्लामा सैयद अली अल यासरी, अल्लामा सैयद अली नकी जैदी, अल्लामा डा. सैयद कल्बे अब्बास रिजवी अल इज्तेहादी और अल्लामा शेख सालह ने सपा प्रमुख से मुलाकात की। सपा प्रमुख ने कहा कि हमारे लिए पूरा विश्व एक परिवार है।
हमारा लक्ष्य सभी तरह की गैर बराबरी को समाप्त करने का है। कोई धर्म जुल्म को पसंद नहीं करता है। प्रतिनिधि मंडल ने उनको ईराक यात्रा निमंत्रण देते हुए कहा कि इराकी सांसद उनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं। भारत की संसद में उनके भाषणों की अरबी में अनुवाद की व्यवस्था की जाएगी।

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