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    UP News: कृषि मंत्री शाही ने जारी की सरसों, चना और मटर की बढ़ी हुई एमएसपी दरें, जानें कब से शुरू होगी खरीद

    By Anand MishraEdited By: Shivam Yadav
    Updated: Wed, 15 Mar 2023 05:00 PM (IST)

    किसानों को उनकी फसल का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश में एक अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरसों चना और मसूर की खरीद शुरू होगी। क ...और पढ़ें

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    एक अप्रैल से सरसों, चना और मसूर की शुरू होगी खरीद।

    लखनऊ, राज्य ब्यूरो: किसानों को उनकी फसल का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश में एक अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरसों, चना और मसूर की खरीद शुरू होगी। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मंगलवार को कृषि भवन में मीडिया से बातचीत में यह घोषणा की। उन्होंने तीनों ही फसलों की बढ़ी हुई एमएसपी की जानकारी के साथ कृषि विभाग द्वारा किसानों के हितों में लिए गए निर्णयों की जानकारी भी साझा की।

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    कृषि मंत्री ने बताया कि सरकार द्वारा सरसों की खरीद 5450 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी। इसी तरह चना के लिए एमएसपी की दरें 5335 रुपये और मसूर के लिए 6000 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई हैं। क्रय केंद्रों के माध्यम से 3.94 लाख टन सरसों, 2.12 लाख टन चना और 1.49 लाख टन मसूर खरीदा जाएगा। 

    जिन जिलों में दस हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि पर इन तीनों फसलों की खेती की गई हैं, वहां प्राथमिकता के आधार पर क्रय केंद्र स्थापित किए जाएंगे। क्रय नैफेड व उसकी सहयोगी एजेंसियों के माध्यम से होगी। इस मौके पर कृषि विभाग के अपर प्रमुख सचिव देवेश चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

    एमएसपी में हुई वृद्धि

    फसल - 2022-23 - 2023-24

    चना - 5230 - 5335

    सरसों - 5050 - 5450

    मसूर - 5500 - 6000

    नोट : कीमतें रुपये में, प्रति क्विंटल की दर से।

    ज्वार, बाजरा, व मक्का के हाइब्रिड बीजाें पर मिलेगा 50 प्रतिशत अनुदान

    मोटे अनाज को प्रोत्साहित कर रही सरकार जायद सीजन में ज्वार, बाजरा व मक्के के हाइब्रिड बीजों पर 50 प्रतिशत का अनुदान देगी। यह अधिकतम 15 हजार रुपये प्रति क्विंटल होगा।

    पीएम किसान से वंचित कृषकों को कैंप लगाकर जोड़ा जाएगा

    पीएम किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित करीब 33 लाख किसानों को जोड़ने के लिए सरकार अभियान चलाएगी। पंचायत स्तर पर 10 मई से 31 मई के मध्य कैंप लगाकर इन किसानों की आधार सीडिंग व भू-लेख आदि का सत्यापन किया जाएगा। बता दें कि एक दिसंबर 2018 से शुरू हुई केंद्र सरकार की इस योजना के तहत अब तक प्रदेश में 2.6 करोड़ किसानों के बैंक खाते में 5200 करोड़ रुपये की राशि भेजी जा चुकी है।

    कृषि मंत्री ने गिनाईं उपलब्धियां

    • खेत तालाब योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष में 5104 तालाबों का किया गया निर्माण। अगले वित्तीय वर्ष में अप्रैल से जून के मध्य 5550 खेत तालाब के निर्माण का लक्ष्य।
    • पीएम कुसुम योजना के 15000 सोलर पंप के लक्ष्य के सापेक्ष 14,238 किसानों ने जमा कर दिया है कृषक अंश। अब तक 12979 पंपों की हुई आपूर्ति। 11265 पंपों का सत्यापन कार्य भी पूर्ण। अगले वित्तीय वर्ष लगाए जाएंगे 30 हजार सोलर पंप।
    • खेतों में मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाने के लिए 30 हजार क्विंटल ढैंचा बीज 50 प्रतिशत अनुदान कराए जाएंगे उपलब्ध।
    • मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम की 186.26 करोड़ की पांच वर्ष की योजना की दी गई है स्वीकृति। अगले वित्तीय वर्ष के लिए 55.60 करोड़ की राशि का प्रावधान।
    • प्रत्येक विकासखंड के पांच प्रगतिशील किसानों के अनुभवों का लिया जाएगा लाभ।
    • यूपी विकास निगम घाटे से उबरा। 2018-19 से लगातार मुनाफे में चल रहा।