Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP News: पौधारोपण में घपले पर हटाए गए मथुरा के एसडीओ और रेंजर, DFO को सौंपी गई मामले की जांच

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 09:48 PM (IST)

    मथुरा जिले की मांट रेंज के तुलागढ़ी पौधारोपण स्थल में बड़ा घपला पकड़ में आया है। यहां कागजों में बड़ी संख्या में पौधारोपण दिखाया गया था, किंतु मौके पर वहां 20 प्रतिशत से भी कम पौधे लगे हुए मिले। पौधारोपण का यह घपला खुद वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने मंगलवार को पकड़ा। 

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मथुरा जिले की मांट रेंज के तुलागढ़ी पौधारोपण स्थल में बड़ा घपला पकड़ में आया है। यहां कागजों में बड़ी संख्या में पौधारोपण दिखाया गया था, किंतु मौके पर वहां 20 प्रतिशत से भी कम पौधे लगे हुए मिले। पौधारोपण का यह घपला खुद वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने मंगलवार को पकड़ा। उन्होंने उप प्रभागीय वनाधिकारी (एसडीओ) मनीष कुमार और मांट रेंजर बुद्ध प्रिया गौतम को हटाकर मुख्यालय से संबद्ध करने के निर्देश दिए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मंत्री ने मंगलवार को तुलागढ़ी क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान पौधारोपण की वास्तविक स्थिति देखकर वे हतप्रभ रह गए और उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। मंत्री ने देखा कि यहां पांच हेक्टेयर क्षेत्रफल की पटरी में करीब 12,500 पौधे लगाने का दावा किया गया था, किंतु मौके पर उन्हें ढाई हजार से भी कम पौधे लगे हुए मिले।

    पौधारोपण स्थल पर मिली इस गंभीर अनियमितता को लापरवाही और कर्त्तव्यहीनता माना है। उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) वेंकट श्रीकर पटेल को दिया है। साथ ही, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष सुनील चौधरी को एसडीओ मनीष कुमार और मांट रेंजर बुद्ध प्रिया गौतम को मुख्यालय से संबद्ध करने के निर्देश दिए हैं।


    वन मंत्री ने कहा कि पौधारोपण कार्य सरकार की प्राथमिकता है और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी चेतावनी दी कि फर्जी पौधारोपण, गलत रिपोर्टिंग या भ्रष्टाचार से जुड़े किसी भी मामले में तत्काल सख्त कदम उठाए जाएंगे। मंत्री के इस औचक निरीक्षण से विभागीय अधिकारियों में भी खलबली मची हुई है।