UP News: दो उप नगर आयुक्त और एक कर निर्धारण अधिकारी के विरुद्ध जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता के आरोपों पर नगर विकास विभाग ने दो उप नगर आयुक्तों और एक कर निर्धारण अधिकारी के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। शाहजहांपुर की कांट नगर पंचायत अध्यक्ष को बैठकों में वर्चुअली शामिल होने पर नोटिस जारी किया गया है। मुजफ्फरनगर और वाराणसी के अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगे हैं जिनकी जांच की जा रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भष्ट्राचार, लापरवाही, कदाचार और अनुशासनहीनता की शिकायतों पर नगर विकास विभाग ने दो उप नगर आयुक्त और एक कर निर्धारण अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की है।
इनमें अलीगढ़ के उप नगर आयुक्त अमित कुमार सिंह पर लापरवाही, वाराणसी के तत्कालीन उप नगर आयुक्त विजयेन्द्र आनंद पर अनियमित भुगतान और मुजफ्फरनगर नगर पालिका परिषद के कर निर्धारण अधिकारी पर कदाचार के आरोप के चलते जांच के आदेश दिए गए हैं।
वहीं, प्रोटोकाल के उल्लंघन में शाहजहांपुर की कांट नगर पंचायत अध्यक्ष मुनरा बेगम के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। उन पर बैठकों में वर्चुअली हिस्सा लेकर अनुशासन का पालन न करने का आरोप है।
कांट नगर पंचायत अध्यक्ष मुनरा बेगम अपने स्वास्थ्य कारणाें का हवाला देकर 27 फरवरी 2024, तीन सितंबर 2024, 23 नवंबर 2024, 27 जनवरी और सात अप्रैल को 14 बोर्ड बैठकों में स्वयं उपस्थित नहीं रहीं।
आरोप है कि उन्होंने रईस मियां को आडियो काल द्वारा ‘वर्चुअली’ बैठकों में प्रतिनिधि के रूप में प्रतिभाग कराने का माध्यम चुना, जो नगर पालिका अधिनियम, 1916 में मान्य नहीं है।
मुख्य विकास अधिकारी की जांच रिपोर्ट को जिलाधिकारी शाहजहांपुर ने शुक्रवार को शासन के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसमें लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उल्लंघन होने की बात कही गई है। जिसके बाद अध्यक्ष के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ नियमानुसार कार्यवाही की सिफारिश की गई है।
नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर के कर निर्धारण अधिकारी दिनेश कुमार पर महिला अधीनस्थ अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप लगे हैं। उन पर उच्चाधिकारियों के प्रति अनुचित व्यवहार व आदेशों की अवहेलना करने, सार्वजनिक कार्यों को ठप करने की भी आरोप हैं। इसके चलते अपर आयुक्त प्रशासन, सहारनपुर मंडल को जांच अधिकारी नियुक्त कर विभागीय अनुशासनिक जांच की प्रक्रिया शुरू की गई है।
नगर निगम अलीगढ़ में उप नगर आयुक्त अमित कुमार सिंह पिछले दिनों बिना किसी अनुमति के कार्यालय से अनुपस्थित रहे थे। उन पर गृहकर वसूली, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गमन, अतिक्रमण, सफाई-प्रवर्तन एवं आईजीआरएस से संबंधित उनकी जिम्मेदारियों में लापरवाही बरतने का आरोप है। उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं और अपर आयुक्त प्रशासन अलीगढ़ मंडल को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
वहीं, तत्कालीन अधिशासी अधिकारी विजयनगर संपूर्णानंद, उप नगर आयुक्त नगर निगम वाराणसी विजयेन्द्र कुमार आनंद पर वर्ष 2018-19 के दौरान 30 लाख रुपये के वित्तीय प्रकरण में अनियमित तरीके से भुगतान कराने का आरोप है।
शासन आदेश के अनुसार 50 हजार रुपये से अधिक के भुगतान के लिए अनुमति की अनिवार्यता के बावजूद यह भुगतान किया गया था। प्रकरण में प्रथम दृष्टया नियम विरुद्ध कार्यवाही पाए जाने पर नगर विकास विभाग ने उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक जांच की संस्तुति की है।
अपर आयुक्त प्रशासन मुरादाबाद मंडल को जांच अधिकारी नामित किया गया है। जांच पूरी होने तक विजयेन्द्र आनंद को उनके वर्तमान दायित्व से कार्यमुक्त कर दिया गया है।
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