UP: राजनाथ सिंह ने CM योगी आदित्यनाथ को जमकर सराहा, बोले-वामपंथी इतिहासकारों ने छिपाया और योगी ने दलित-पिछड़ों को पढ़वाया
UP Political News: वामपंथी इतिहासकारों ने यही दुष्प्रचार किया। इसमें अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वालों को वह स्थान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब दलितों व पिछड़ों का इतिहास बच्चों को पढ़वा रहे हैं।

वीरांगना ऊदा देवी पासी की प्रतिमा के अनावरण के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल
जागरण संवाददाता, लखनऊ : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान के साथ लखनऊ के वृंदावन आवासीय योजना के सेक्टर 19 में वीरांगना ऊदा देवी पासी की प्रतिमा का अनावरण किया। वीरागंना ऊदा देवी पासी के बलिदान दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में लखनऊ के सांसद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम को जमकर सराहा।
राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई एक पार्टी व वर्ग के लोगों ने ही लड़ी है। वामपंथी इतिहासकारों ने यही दुष्प्रचार किया। इसमें अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वालों को वह स्थान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब दलितों व पिछड़ों का इतिहास बच्चों को पढ़वा रहे हैं।
रक्षामंत्री ने कहा कि पासी समाज का जन्म गोरक्षा और मातृभूमि की रक्षा के लिए हुआ था। अनेक पासी समाज के राजाओं ने सर्व समाज की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान से पीछे नहीं हटे। उन्होंने कहा कि महिलाएं हर बड़े काम को पुरुषों के समान करने में सक्षम हैं, ऑपरेशन सिंदूर में महिलाओं ने यह साबित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बहराइच में महाराजा सुहेल देव का स्मारक बनवाया है अब लखनऊ में महाराजा बिजली पासी का स्मारक बनवाया जा रहा है।
ऊदा देवी पासी सिर्फ नारी शक्ति ही नहीं हर हिंदुस्तानी की प्रेरणा का पुंज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऊदा देवी पासी सिर्फ नारी शक्ति ही नहीं हर हिंदुस्तानी की प्रेरणा का पुंज है जिन्होंने फिरंगियों को धूल चटाकर यह साबित किया कि अन्याय बड़ा हो तो प्रतिकार उससे भी बड़ा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विरासत का सम्मान करने के लिए बिजली पासी किले पर लाइट एंड साउंड सिस्टम की स्वीकृति दी गई है इससे इस समाज नायकों की गाथा लोग देख व सुन सकेंगे। तीन पीएसी बटालियन की भर्ती में 20 प्रतिशत सीटों पर महिलाओं का चयन किया है। आश्रम पद्धति के विद्यालयों में दलितों व पिछड़ों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की स्वाधीनता में वीरों व वीरांगनाओं का योगदान अविस्मरणीय है। इस मामले में लखनऊ की भूमि अनोखी है। उन्होंने कहा कि 1857 के प्रथम स्वातंत्र्य समर का केंद्रबिंदु उत्तर प्रदेश ही था। शहीद मंगल पांडेय ने बैरकपुर में इसकी हुंकार भरी थी। धन सिंह कोतवाल ने उसे मेरठ में आगे बढ़ाया था। झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई अमर योद्धा के रूप में उसे नेतृत्व दे रही थीं। बिठूर में तात्या टोपे उस लहर को मजबूती प्रदान कर रहे थे। सीएम ने बेगम हजरत महल का भी जिक्र किया और कहा कि वीरांगना ऊदा देवी पासी जैसे अमर सेनानियों के साथ मिलकर विदेशी फिरंगियों को भगाने के लिए प्रथम स्वातंत्र्य समर की अमर योद्धा के रूप में वे स्मरण की जाती हैं। वीरांगना ऊदा देवी न केवल नारी शक्ति, बल्कि हर हिंदुस्तानी के लिए प्रेरणा हैं।
केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान ने कहा कि ऊदा देवी की मूर्ति का अनावरण दलित समाज के गर्व का क्षण है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक राजेश्वर सिंह, ओपी श्रीवास्तव, पूर्व मंत्री कौशल किशोर, सांसद अशोक रावत, आयोजक एम एलसी रामचंद्र प्रधान, नीरज सिंह आदि मौजूद रहे।

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