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    UP News: शीघ्र मिलेगी कैशलेस चिकित्सा सुविधा, जिलों में जुटाया जा रहा शिक्षकों-कार्मिकों का ब्यौरा

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 02:30 PM (IST)

    Cashless Medical Facilities to Teachers and Non Teaching Staff वर्तमान में प्राथमिक विद्यालयों में 338590 शिक्षक कार्यरत हैं 79 हजार से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 120860 शिक्षक कार्यरत हैं 41 हजार शिक्षकों के पद यहां भी रिक्त हैं। 142450 शिक्षामित्र और 25 हजार अनुदेशक कार्यरत हैं। जबकि एडेड माध्यमिक कालेजों में 65 हजार शिक्षक कार्यरत हैं।

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    कैशलेस चिकित्सा सुविधा को जुटाया जा रहा शिक्षकों-कार्मिकों का ब्यौरा

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शिक्षक दिवस पांच सितंबर को शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने की घोषणा पर अमल की कोशिश तेज हो गई है। इसके लिए विद्यालयों से लेकर महाविद्यालयों तक में तैनात शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, शिक्षामित्रों आदि का भी ब्यौरा एकत्र किया जा रहा है।

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    संयुक्त सचिव प्रेम कुमार पांडेय ने इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र जारी किया है। इस पत्र में कहा गया है कि बेसिक शिक्षा,माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा के अशासकीय सहायता प्राप्त स्ववित्तपोषित मान्यता प्राप्त प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों, महाविद्यालयों और समाज कल्याण विभाग श्रम विभाग व अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से संचालित विद्यालयों के शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, रसोईया को कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ प्रदान किये जाने के संबंध में 18 सितंबर को हुई बैठक में सभी विभागों द्वारा श्रेणीवार पदों की संख्या एवं व्ययभार का अलग-अलग विवरण एकत्र करने का निर्णय लिया गया था। इसके तहत 2,480 रुपये प्रति वर्ष प्रति कार्मिक के अनुसार आंकलित करते हुए स्ववित्त पोषित मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों की अंतिम सूचना अविलंब उपलब्ध कराई जाए।

    उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग ब्यौरा तैयार कर रहा हैं। इस योजना से लगभग नौ से दस लाख शिक्षकों और उनके परिवार को लाभ मिलेगा।

    बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग इस सुविधा के लिए प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। योजना के तहत शिक्षकों और उनके परिवार के सदस्यों को इलाज का लाभ मिलेगा। प्रदेश के करीब नौ से 10 लाख शिक्षकों को इसका फायदा पहुंचेगा। वास्तविक संख्या को स्पष्ट करने के लिए विभाग अभी प्रस्ताव में अंतिम आंकड़ा तय कर रहा है।

    वर्तमान में प्राथमिक विद्यालयों में 3,38,590 शिक्षक कार्यरत हैं, 79 हजार से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1,20,860 शिक्षक कार्यरत हैं, 41 हजार शिक्षकों के पद यहां भी रिक्त हैं। 1,42,450 शिक्षामित्र और 25 हजार अनुदेशक कार्यरत हैं। जबकि एडेड माध्यमिक कालेजों में 65 हजार शिक्षक कार्यरत हैं।