यूपी में सामूहिक विवाह योजना के तहत 8 वर्ष में चार लाख से अधिक बेटियों का हुआ विवाह, 21 हजार आवेदन स्वीकृत
उत्तर प्रदेश में सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत पिछले 8 वर्षों में 4 लाख से अधिक बेटियों का विवाह संपन्न हुआ है। इस योजना के तहत 21 हजार आवेदन स्वीकृत ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पिछले आठ वर्ष में चार लाख से अधिक विवाह कराए जा चुके हैं। विवाह कार्यक्रम सामूहिक रूप से सभी धर्मों की परंपराओं के अनुसार आयोजित किए जाते हैं। चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में सरकार ने 57 हजार लाभार्थियों का लक्ष्य रखा था।
वहीं अब तक 1.20 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इनमें से 21 हजार से ज्यादा आवेदन स्वीकृत किए जा चुके हैं और 14 हजार से अधिक विवाह भी हो चुके हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, योजना से अब तक 2.20 लाख से अधिक दलित परिवारों की बेटियां लाभान्वित हुई हैं। इसके बाद 1.30 लाख से अधिक पिछड़ा वर्ग, 40 हजार से अधिक अल्पसंख्यक समुदाय और लगभग 16 हजार सामान्य वर्ग के परिवार इस योजना से जुड़े हैं।
इसके तहत हर जोड़े को एक लाख रुपये की सहायता दी जाती है। इसमें विवाह के जरूरी सामान, नकद राशि (सीधे दुल्हन के बैंक खाते में) और पूरे विवाह समारोह की व्यवस्था शामिल होती है।
योजना के नोडल अधिकारी आरपी सिंह के अनुसार वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 6,556 दलित जोड़े, 5,500 ओबीसी जोड़े, 828 अल्पसंख्यक समुदाय और 494 सामान्य वर्ग के जोड़े योजना से लाभान्वित हो चुके हैं।
अब तक 2,200 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर हो चुका है। वर्ष 2025-26 के लिए 550 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित है। इस योजना का गरीब परिवार को भरपूर लाभ मिल रहा है।

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