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    Purchase of Millets In UP: सरकार के प्रोत्साहन के बाद भी मोटे अनाज के खरीददार बेहद उदासीन

    By Dilip Sharma Edited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Mon, 13 Oct 2025 07:07 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में सरकार के प्रोत्साहन के बावजूद मोटे अनाज के खरीदार कम हैं, जिससे किसान परेशान हैं। सरकार मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा दे रही है, पर बाजार में मांग कम होने से किसान अपनी फसल बेचने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं। खरीददारों की उदासीनता के कारण किसानों को नुकसान हो रहा है, हालांकि सरकार खरीद को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, पर अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।

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    किसी केंद्र पर उपज बेचने के लिए कोई नहीं पहुंचा

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: धान और मोटे अनाजों की खरीद 12 दिन बाद भी गति नहीं पकड़ पाई है। ज्वार, बाजरा और मक्का की खरीद का तो अब तक खाता ही नहीं खुला। क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ, किसान पंजीकरण तो करा रहे है, लेकिन उपज विक्रय को नहीं पहुंच रहे। वहीं धान क्रय भी सुस्त है और अब तक 3570 टन की खरीद हुई है। इस बार फसल पकने में देरी को इसकी वजह माना जा रहा है।

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    सरकार ने एक अक्टूबर से खरीद का क्रम शुरू किया है। इसमें मोटे अनाज के तहत 11 जिलों में ज्वार, 25 जिलों में मक्का और 33 जिलों में बाजरा का क्रय किया जा रहा है। खरीद के लिए बाजरा के 300 केंद्र खाेले जाने हैं, इनमें से 275 का संचालन शुरू हाे चुका है। इसी तरह ज्वार के 80 केंद्रों के मुकाबले 77 और मक्का के 118 केंद्रों के मुकाबले 115 केंद्रों का संचालन शुरू हो गया है।

    खाद्य एवं रसद विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार शाम तक बाजरा विक्रय के लिए 6992, ज्वार के लिए 1389 और मक्का विक्रय के लिए 816 किसानों ने पंजीकरण कराया है। हालांकि अब तक किसी केंद्र पर उपज बेचने के लिए कोई नहीं पहुंचा। वहीं एक अक्टूबर से ही पश्चिम उत्तर प्रदेश में शुरू हुई खरीद के लिए 3555 केंद्र खोले गए हैं।

    अब तक 623 किसानों ने 3570 टन धान का विक्रय किया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इस बार मौसम के बदलाव के चलते संबंधित फसलें लेट हुई हैं और ज्यादातर जगह अभी कटाई भी शुरू नहीं हुई है। इस कारण खरीद की गति धीमी है, क्योंकि बाजार इन फसलों की कीमत अभी निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम या उसके बराबर ही है। दीपावली के बाद खरीद की गति बढ़ने की संभावना है।

    इस साल बढ़ा है एमएसपी

    सरकार ने इस बार एमएसपी में धान के लिए 69 रुपये, बाजरा के लिए 150 रुपये, मक्का के लिए 125 रुपये और ज्वार हाईब्रिड व मालदांडी के लिए 328 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है। सामान्य धान के लिए 2,369 रुपये व ग्रेड ए धान के लिए 2389 रुपये, मक्का के लिए 2400 रुपये, बाजरा के लिए 2775 रुपये, ज्वार (हाइब्रिड) के लिए 3699 रुपये और ज्वार (मालदांडी) के लिए एमएसपी 3749 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी निर्धारित किया गया है।