MBBS की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर, UP में MD-MS की बढ़ेंगी सीटें
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में मेडिकल स्नातकोत्तर (एमडी एमएस) की सीटों में 1007 की वृद्धि होने जा रही है। यह खबर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए बहुत अच्छी है। चिकित्सा संस्थान और मेडिकल कॉलेज जिला रेजीडेंसी कार्यक्रम के तहत जिला अस्पतालों में तैनात किए जाने वाले छात्रों की संख्या के बराबर सीटें बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकेंगे।

हेमंत श्रीवास्तव,लखनऊ। एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में मेडिकल स्नातकोत्तर (एमडी, एमएस) की 1007 सीटें बढ़ेंगी। चिकित्सा संस्थानों व मेडिकल कालेजों को सीटें बढ़ाने के लिए आवेदन करना होगा।
इन सीटों के बढ़ जाने पर प्रदेश में मेडिकल स्नातकोत्तर की 5035 सीटें हो जाएंगी। चिकित्सा संस्थान व मेडिकल कालेज जिला रेजीडेंसी कार्यक्रम के तहत जिला अस्पतालों व अन्य अस्पतालों में तैनात किए जाने वाले छात्रों की संख्या के बराबर सीटें बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
जिला रेजीडेंसी कार्यक्रम के तहत प्रदेश के मेडिकल कालेजों में अध्ययनरत कुल छात्रों में से 25 प्रतिशत छात्रों को जिला अस्पतालों तथा इस स्तर के अन्य अस्पतालों में तीन-तीन महीने के लिए तैनात किए जाने की व्यवस्था है।
इतने छात्रों के लगातार जिला चिकित्सालयों में तीन-तीन महीने तैनात रहने के कारण मेडिकल कालेजों में छात्रों की संख्या हर समय स्वीकृत सीट के मुकाबले कम रहती है। इसे देखते हुए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने यह व्यवस्था दी है कि जितने छात्र जिला रेजीडेंसी कार्यक्रम के तहत तैनात किए जाते हैं संबंधित कालेज उतनी सीटें बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस पर स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा ने महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण को संस्थानों व कालेजों में मेडिकल स्नातकोत्तर की सीटें बढ़ाए जाने के लिए आवेदन कराए जाने का निर्देश दिया है है।
महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा ने गुरुवार को इसके लिए स्नातकोत्तर की पढ़ाई कराने वाले संबंधित चिकित्सा संस्थानों व मेडिकल कालेजों को पत्र लिखा है।
लखनऊ के एसजीपीजीआइ व राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, पीजीआइसीएस नोएडा, मानसिक स्वास्थ्य केंद्र आगरा, क्षेत्रीय नेत्र संस्थान सीतापुर के निदेशक के साथ ही राजकीय मेडिकल कालेज कानपुर, आगरा, प्रयागराज, मेरठ, झांसी, गोरखपुर, आजमगढ़, बांदा, जालौन और सहारनपुर के प्रधानाचार्य को भी पत्र भेजा गया है।
प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों व मेडिकल काजेलों में वर्तमान में मेडिकल पीजी की 4028 सीटें हैं। इनमें से 1906 सीटें 44 सरकारी तथा 2122 सीटें 36 निजी क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों व मेडिकल काजेलों में हैं।
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