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    UP Kho-Kho League : उत्तर प्रदेश में खो-खो का बड़ा मंच तैयार, अप्रैल-मई में यूपी खो-खो लीग;नोएडा के साथ लखनऊ व अयोध्या में आयोजन

    UP Kho-Kho League भारत में महाराष्ट्र और राजस्थान के बाद उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है जहां पर खो-खो लीग का आयोजन होने जा रहा है। प्रदेश में पहली बार हो रहे इस तरह के आयोजन की मेजबानी नोएडा के साथ लखनऊ और अयोध्या को भी दी जाएगी। गई। इसमें पुरुष और महिला वर्ग की छह-छह जिलों का नाम फाइनल हो गया है।

    By Vikash Mishra Edited By: Dharmendra Pandey Updated: Sun, 24 Aug 2025 04:57 PM (IST)
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    केडी सिंह बाबू स्टेडियम में रविवार को यूपी खो-खो लीग की प्रेस वार्ता

    जागरण संवाददाता, लखनऊ : उत्तर प्रदेश में खो-खो को विस्तार देने के साथ यहां के बालक व बालिकाओं की प्रतिभा को बेहतर ढंग से सामने लाने का मंच तैयार है। अब उत्तर प्रदेश में भी प्रीमियर क्रिकेट लीग की तर्ज पर यूपी खो-खो लीग का आयोजन होने जा रहा है। इसका आयोजन अप्रैल 2026 के अंतिम सप्ताह से होगा, जबकि इसी वर्ष नवंबर में खिलाड़ियों की बिड होगी।

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    उत्तर प्रदेश खो-खो एसोसिएशन के चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह, अध्यक्ष डॉ. सुधा रानी और महासचिव चंद्र भानू सिंह ने संयुक्त रूप से इसकी आधिकारिक घोषणा लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में रविवार को प्रेस वार्ता में की। खो-खो लीग का संचालन और आयोजन 100 स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी उत्तर प्रदेश खो-खो एसोसिएशन के सहयोग से करेगा। जिसके प्रतिनिधि रूप में सुनील भाटी भी इस अवसर पर मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश खो-खो एसोसिएशन और 100 स्पोर्ट्स मैनेजमेंट इसका आयोजन करेंगे।

    भारत में महाराष्ट्र और राजस्थान के बाद उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है, जहां पर खो-खो लीग का आयोजन होने जा रहा है। प्रदेश में पहली बार हो रहे इस तरह के आयोजन की मेजबानी नोएडा के साथ लखनऊ और अयोध्या को भी दी जाएगी। गई। इसमें पुरुष और महिला वर्ग की छह-छह जिलों का नाम फाइनल हो गया है। पुरुष वर्ग में गाजियाबाद, मेरठ, वाराणसी, गौतमबुद्ध नगर, अयोध्या व लखनऊ और महिला वर्ग में गोरखपुर, आगरा, बिजनौर, गौतमबुद्ध नगर, लखनऊ व गाजियाबाद की टीमों को शामिल किया गया है। इस लीग का आयोजन होने से खो-खो खिलाड़ियों के साथ साथ खेल प्रेमियों में भी उत्साह देखा जा रहा है।

    लीग की मुख्य विशेषताओं की बात करें तो इसकी अवधि दस दिन की होगी। मुकाबले मैच दो चरण में होंगे। पहला लीग स्टेज और दूसरा नॉकआउट स्टेज। हर टीम में 15-15 खिलाड़ी होंगे। इनमें से दस-दस खिलाड़ियों के समूह का चयन उत्तर प्रदेश खो-खो एसोसिएशन करेगा, दो-दो खिलाड़ी फ्रेंचाइजी से होंगे और तीन-तीन आइकॉन खिलाड़ी (नेशनल और इंटरनेशनल स्तर के) को हर टीम में शामिल किया जाएगा, जो उत्तर प्रदेश के बाहर से भी होंगे। खिलाड़ियों की नीलामी का बेस प्राइस 11000, 25000 और 51,000 रुपये तक तक रखा गया है। इनको ए, बी व सी श्रेणी में बांटा जाएगा। प्रति टीम की बजट लागत 20 से 25 लाख रुपये है, जबकि लीग का बजट दो से तीन करोड़ रुपये है।

    उत्तर प्रदेश खो-खो एसोसिएशन के कार्यकारी सदस्य विनोद कुमार सिंह ने बताया कि यह लीग न केवल प्रदेश में खो-खो खेल को नई पहचान दिलाएगी बल्कि स्थानीय खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच से जुड़ने का अवसर भी प्रदान करेगी। हर टीम में उत्तर प्रदेश के 12 खिलाड़ी होंगे। अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीन आइकान खिलाड़ी होंगे। इस लीग के मकसद संघ को आर्थिक मजबूत करने का नहीं, बल्कि खिलाड़ियों और कोच का पारिश्रमिक बढ़ाने का है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश खो-खो एसोसिएशन से प्रदेश के 75 में से 63 जिले सम्बद्ध हैं, आने वाले दिनों में हमारा प्रयास बाकी 12 जिलों में कार्यकारिणी गठन का है।