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    UP में एक्सप्रेसवे के किनारे बिछेगी इंडस्ट्रीज की नई रेल! 3,827 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित; लागत- 5500 करोड़

    Updated: Mon, 19 May 2025 10:01 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा बुंदेलखंड आगरा-लखनऊ पूर्वांचल और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कारिडोर विकसित करने हेतु 3827 हेक्टेयर भूमि का ...और पढ़ें

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    औद्योगिक कारिडोर के लिए अब तक 3,827 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण। (तस्वीर जागरण)

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड, आगरा-लखनऊ, पूर्वांचल और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर विकसित करने की योजना के तहत अब तक 3,827 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर लिया है।

    भूमि अधिग्रहण पर सरकार ने 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की है, जिसमें स्टांप और निबंधन शुल्क भी शामिल है। इन औद्योगिक गलियारों में वेयरहाउस, लॉजिस्टिक्स, इलेक्ट्रानिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, दवा और आइटी जैसे उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा।

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    11 स्थानों पर औद्योगिक कॉरिडोर विकसित होगा

    गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारों के लिए अब तक 1,882 करोड़ रुपये खर्च कर 1,043 हेक्टेयर से अधिक भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इस एक्सप्रेसवे के किनारे 11 स्थानों पर औद्योगिक कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं। इसी प्रकार बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए 1,528 हेक्टेयर से अधिक भूमि का अधिग्रहण किया गया है।

    इतने रुपये किए जाएंगे खर्च

    इसके लिए 1,655 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के पास औद्योगिक कॉरिडोर के लिए 1365 करोड़ रुपये खर्च कर 873 हेक्टेयर भूमि का क्रय किया गया है। इस एक्सप्रेसवे के किनारे लखनऊ, बाराबंकी, सुलतानपुर, आजमगढ़ और गाजीपुर में औद्योगिक कॉरिडोर विकसित होंगे।

    वहीं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लिए 305 करोड़ रुपये से 168 हेक्टेयर भूमि का क्रय किया गया है। इस एक्सप्रेसवे के किनारे दो औद्योगिक केंद्र स्थापित होंगे, जो गोरखपुर और आजमगढ़ को लाभ पहुंचाएंगे।

    इसके अलावा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के किनारे 300 करोड़ रुपये खर्च कर 212 हेक्टेयर से अधिक भूमि का क्रय और पुनर्ग्रहण किया गया है। इस एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित फिरोजाबाद, आगरा, इटावा, कन्नौज जैसे क्षेत्रों में पांच औद्योगिक शहर विकसित होंगे।

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