बिजली के लिए लोन लेने वाले राज्यों में यूपी की स्थिति सबसे बेहतर, पांच वर्षों में 25% की आई कमी
उत्तर प्रदेश में बिजली वितरण कंपनियों के प्रदर्शन में सुधार हुआ है, जिससे लोन लेने की स्थिति बेहतर हुई है। पिछले पांच वर्षों में लोन में 25% की कमी आई ...और पढ़ें

बिजली के लिए लोन लेने वाले राज्यों में यूपी की स्थिति सबसे बेहतर।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने दावा किया है कि बिजली के क्षेत्र को लेकर लिए जाने वाले कर्ज के मामले में उत्तर प्रदेश की स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर है। परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि अन्य राज्यों में लगातार कर्ज बढ़ रहा है, लेकिन पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश में कर्ज में 25 प्रतिशत की कमी आई है। कुशल वित्तीय प्रबंधन से उत्तर प्रदेश ने अन्य राज्यों के लिए बड़ा उदाहरण पेश किया है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश ने वर्ष 2020-21 में 81,952 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, जबकि वर्ष 2024-25 में 61,395 करोड़ रुपये का कर्ज लिया। पावर फाइनेंस कारपोरेशन की स्टेट पावर यूटिलिटी 2024-25 की रिपोर्ट के अनुसार आंध्र प्रदेश ने वर्ष 2020-21 में 31,375 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, जो वर्ष 2024-25 में बढ़कर 77,600 करोड़ रुपये हो गया।
महाराष्ट्र ने 38,254 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, जो पांच वर्षों में बढ़कर 90,659 करोड़ रुपये, राजस्थान का कर्ज 53,030 करोड़ रुपये से बढ़कर 98,488 करोड़, तमिलनाडु का कर्ज 1,37,632 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,88,411 करोड़ रुपये हो गया।
वहीं, झारखंड का कर्ज 15,656 करोड़ रुपये से बढ़कर 22,381 करोड़ रुपये, तेलंगाना का कर्ज 31,032 करोड़ रुपये से बढ़कर 59,230 करोड़ रुपये कर्नाटक का कर्ज 29,795 करोड़ से बढ़कर 47,993 करोड़ रुपये, पंजाब का कर्ज 15,590 करोड़ रुपये से बढ़कर 17,411 करोड़ रुपये व हरियाणा का कर्ज 6,926 करोड़ रुपये से बढ़कर 20,311 करोड़ रुपये हो गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।