राजभवन का उच्च प्राथमिक विद्यालय होगा अपग्रेड, अब हाईस्कूल तक की पढ़ाई
UP RajBhawan: बेसिक शिक्षा विभाग ने आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को आगे की पढ़ाई की सुविधा देने के लिए 22 अगस्त को माध्यमिक शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा था। बेसिक शिक्षा अधिकारी राम प्रवेश की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को सात नवंबर को मुहर लगा दी गई। राजभवन प्रशासन की अनापत्ति के बाद आगे का रास्ता साफ हो गया है।

राजभवन, उत्तर प्रदेश
जितेंद्र उपाध्याय, लखनऊ: राजभवन के उच्च प्राथमिक विद्यालय में अब हाईस्कूल तक की पढ़ाई होगी। अपनी तरह का यह पहला उच्च प्राथमिक विद्यालय होगा जिसको अपग्रेड कर हाईस्कूल तक किया जा रहा है। शासन ने विद्यालय को उच्चीकृत कर हाईस्कूल स्तर तक करने की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही यहां दसवीं तक निशुल्क शिक्षा की सुविधा मिलेगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने मुहर लगाने के साथ ही प्रयोगशाला, भवन, शिक्षक संख्या व विद्यार्थियों की संख्या के बारे में विस्तृत ब्योरा तैयार करना प्रारंभ कर दिया है। हाईस्कूल तक अपग्रेड होने से विद्यालय में पढ़ने वाले 200 बच्चों को आगे की शिक्षा का अवसर मिलेगा वहीं आसपास के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के विद्यार्थी भी पढ़ाई कर सकेंगे।
शैक्षणिक सत्र 2026-27 से यहां पर नौवीं और दसवीं कक्षा में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू होगी। इससे पहले यहां केवल आठवीं तक की कक्षाएं संचालित थीं। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अनुसार, विद्यालय के उच्चीकृत होने के बाद परिसर में अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। यहां आधुनिक लैब, स्मार्ट क्लासरूम और एआई-रोबोटिक्स उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी, ताकि विद्यार्थी प्रयोगात्मक और तकनीकी शिक्षा से जुड़ सकें।
बेसिक शिक्षा विभाग ने आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को आगे की पढ़ाई की सुविधा देने के लिए 22 अगस्त को माध्यमिक शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा था। बेसिक शिक्षा अधिकारी राम प्रवेश की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को सात नवंबर को मुहर लगा दी गई। राजभवन प्रशासन की अनापत्ति के बाद आगे का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि यहां पर भवन संख्या बढ़ाने के लिए निर्माण कार्य पहले से ही चल रहा है। पहले यह विद्यालय कक्षा पांच तक ही संचालित होता था। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसे अपग्रेड कर उच्च प्राथमिक विद्यालय में बदल दिया था। अब यहां एक से आठ तक की पढ़ाई होती है। एक बार फिर अपग्रेड होने से विद्यार्थियों के साथ ही अभिभावकों को भी सहूलियत होगी।

खंड शिक्षा अधिकारी जोन तीन, प्रवेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि 2010 में तत्कालीन प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री दुर्गा शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया था। आठ अक्टूबर 2010 को बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें कक्षा एक से 12 तक एक ही विभाग, एक ही प्रकार के शिक्षक और सबको राजकीय करने के मेरे सुझाव पर सहमति बन गई थी। उसी बैठक में सुझाव व अनुरोध के क्रम में यह निर्णय लिया गया था कि एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों की जगह एक ही विद्यालय कक्षा एक से आठ तक रखा जाए। अब हाईस्कूल तक होने से और सहूलियत होगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, फिलहाल विद्यालय में कक्षा आठ तक 195 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं, जिनके शिक्षण के लिए छह शिक्षक नियुक्त हैं। स्मार्ट क्लासरूम के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। विद्यालय के उन्नयन के साथ ही एनसीसी, सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए सभागार, खेल मैदान और ग्रीन बिल्डिंग का भी विकास किया जाएगा। विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास और पारंपरिक खेलों के प्रशिक्षण के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।

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