UP Corona News: कोरोना के बढ़ते मामले देख सरकार अलर्ट, सतर्कता बरतने के निर्देश
उत्तर प्रदेश में कोरोना के केस मिलने से सनसनी फैल गई है। प्रदेश सरकार ने अपने स्वास्थ्य विभाग की टीम को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। संस्थानों में दवाइयों पीपीई किट कोविड जांच की सुविधा आइसोलेशन बेड मेडिकल आक्सीजन आइसीयू और वेंटिलेटर युक्त बेड की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ। प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक बार फिर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कालेजों और मंडलीय अपर निदेशकों को जांच, इलाज और निगरानी को लेकर जरूरी व्यवस्थाएं करने के लिए कहा है। उन्होंने एक दिशा-निर्देश भी जारी किया है।
प्रमुख सचिव ने अपने पत्र के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का 29 मई का पत्र भी भेजा है। उन्होंने सभी चिकित्सा संस्थानों में जरूरी दवाइयों, पीपीई किट, कोविड जांच की सुविधा, आइसोलेशन बेड, मेडिकल आक्सीजन, आइसीयू और वेंटिलेटर युक्त बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
इसके साथ ही आक्सीजन प्लांट सहित अन्य व्यवस्थाओं की कार्यक्षमता को लेकर पिछले दिनों हुई माक ड्रिल में पाई गई कमियों को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। सांस के गंभीर रोगियों और इन्फ्लूएंजा के पांच प्रतिशत मरीजों की कोविड जांच अनिवार्य रूप से करने के लिए कहा गया है। साथ ही जिन मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच में सीटी वैल्यू 25 से कम हो, उनके नमूने लखनऊ के केजीएमयू की माइक्रोबायोलाजी विभाग को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजी जाए।
जिला स्तर पर स्थापित इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम यूनिट ऐसे मरीजों की निगरानी करेगी। कोविड-19 जांच से संबंधित सभी डाटा यूनिफाइड डिजीज सर्विलांस (यूडीएसपी) पोर्टल पर प्रतिदिन अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिन जिलों में कोविड संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, वहां मास्क पहनना, हाथ धोना और खांसते समय सावधानी बरतने जैसे विषयों पर जागरुकता अभियान चलाया जाए। साथ ही अस्पतालों में कोविड से बचाव की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाए।
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