यूपी में राखी पर बहने 3 दिन कर सकेंगी मुफ्त में बस यात्रा, 8 साल में 1.23 करोड़ महिलाओं को मिला ये उपहार
रक्षाबंधन पर योगी सरकार महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा का तोहफा देगी। 8 9 और 10 अगस्त को 13 हजार बसों में महिलाएं बिना टिकट यात्रा कर सकेंगी। यह परंपरा 2017 से चल रही है। कोरोना काल में भी यह सुविधा जारी रही। परिवहन निगम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी कई कदम उठा रहा है जैसे महिला ड्राइवरों और कंडक्टरों की भर्ती।

धर्मेश अवस्थी, लखनऊ। भाई-बहन के अटूट प्रेम के त्योहार रक्षाबंधन पर महिलाएं फिर बसों से अपने भाइयों के द्वार पहुंचेंगी। इस बार तीन दिन तक तेरह हजार बसों में आठ, नौ व 10 अगस्त को बिना टिकट लिए महिलाएं प्रदेशभर में भाइयों के पते तक जा सकेंगी।
त्योहार के अवसर पर रक्षा सूत्र बांधने पर बहनों को भाई उपहार देते हैँ, योगी सरकार यह परंपरा आठ साल से निभा रही है। ''आधी दुनिया'' की मुफ्त बस यात्रा कोरोना के विकट कालखंड में भी नहीं रुकी, यह जरूर है कि अन्य वर्षों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या काफी कम रही।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में महिलाओं को नि:शुल्क यात्रा कराने की शुरुआत अगस्त 2017 से हुई थी। पहले ही वर्ष प्रदेशभर में 11 लाख से अधिक महिलाएं व युवतियां गंतव्य तक पहुंची और उसी तारीख को वापस लौट आईं।
दूसरे वर्ष महिलाओं की संख्या में कुछ बढ़ोतरी हुई जबकि तीसरे वर्ष संख्या 12 लाख को पार कर गई। इसके बाद काेरोना के दौर में बसों का पहिया नहीं थमा, यह जरूर है कि महिला यात्रियों की संख्या घटकर साढ़े सात लाख रह गई। 2021 में भी महिला यात्रियों का आंकड़ा दस लाख को पार नहीं कर सका।
इधर तीन वर्षों में रिकार्ड महिलाओं ने रक्षाबंधन पर यात्रा किया। 2022 में 22 लाख, 2023 में 29 लाख और 2024 में 19.78 लाख महिलाओं ने विभिन्न दूरी की यात्रा किया। लखनऊ क्षेत्र भी महिलाओं को यात्रा कराने में आगे रहा।
बीते वर्ष 68950 महिलाओं ने चारबाग, आलमबाग, कैसरबाग, कमता, बाराबंकी व रायबरेली डिपो से यात्रा किया। ऐसे ही सिटी बसों में पिछले वर्ष 27 हजार महिलाएं एक से दूसरे क्षेत्र में पहुंच सकी। आठ वर्षों में 1.23 करोड़ से अधिक महिलाएं बसों के माध्यम से भाइयों के घर पहुंची।
यदि उनका टिकट बनाया जाता तो धनराशि 101 करोड़ यानी एक अरब रुपये से अधिक होती। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया, योगी आदित्यनाथ सरकार ने परिवहन निगम को इस धनराशि की भरपाई बजट व अनुपूरक बजट में धनराशि देकर किया है।
इस तरह महिलाओं ने रक्षाबंधन पर की यात्रा
वर्ष | महिला यात्रियों की संख्या | मुफ्त टिकट की धनराशि |
---|---|---|
2017 | 1116332 | 60813105 |
2018 | 1169226 | 74117987 |
2019 | 1204085 | 76837835 |
2020 | 736605 | 48248521 |
2021 | 963466 | 89098006 |
2022 | 2232322 | 189834421 |
2023 | 2929755 | 276603488 |
2024 | 1978403 | 198706422 |
महिलाओं पर परिवहन निगम मेहरबान
परिवहन निगम महिलाओं को सिर्फ रक्षाबंधन पर मुफ्त यात्रा की सुविधा ही नहीं दे रहा, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। बसों की स्टेयरिंग सौंप रहा है, अब तक दो दर्जन से अधिक महिला ड्राइवरों का चयन हो चुका है।
ऐसे ही 5000 महिला कंडक्टरों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। महिला कर्मचारियों को चाइल्ड केयर लीव, बस स्टेशनों पर मातृ-शिशु देखभाल कक्ष बनाए गए हैँ। निर्भया योजना के तहत बसों में पैनिक बटन लगाए गए हैं और 50 पिंक बसों का संचालन हो रहा है। शहर में प्रदेश की पहली डबल डेकर बस महिलाओं को हर शनिवार मुफ्त पर्यटन भी करा रही है।
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