हर खाद्य प्रसंस्करण इकाई में रखा जाएगा फूड टेक्नोलॉजिस्ट, FSSAI मानकों का अनुपालन अनिवार्य
यूपी सरकार खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2023 के तहत एफएसएसएआइ मानकों का अनुपालन अनिवार्य किया गया है और प्रत्येक इकाई में खाद्य प्रौद्योगिकीविद की नियुक्ति की जाएगी। सरकार सब्सिडी और तकनीकी सहायता प्रदान कर रही है जिससे किसानों की आय बढ़े और रोजगार का सृजन हो। 332 परियोजनाओं को स्वीकृति मिली है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राज्य में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ उनमें तैयार होने वाले उत्पादों की गुणवत्ता भी बेहतर बनाए रखने का प्रयास हो रहा है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2023 के तहत लगाए जा रहे उद्योगों के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) का अनुपालन कराया जा रहा है। इसके लिए सभी इकाइयों में एक खाद्य प्रोद्योगिकीविद (फूड टेक्नोलाजिस्ट) की नियुक्ति की जाएगी, जो तैयार होने वाले उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित कराएंगे।
राज्य सरकार द्वारा कृषि उपज के मूल्यवर्धन, किसानों की आय में वृद्धि और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन करने के लिए उप्र खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति 2023 लागू की गई है। इसके तहत प्रदेश को खाद्य प्रसंस्करण का केंद्र बनाने के लिए पूंजीगत सब्सिडी, कर प्रतिपूर्ति, और तकनीकी सहायता दी जा रही है।
निवेश को बढ़ावा देने के लिए उद्यमियों को 10 करोड़ रुपये तक, मशीनरी पर 35 प्रतिशत तक और सूक्ष्म खाद्य उद्यमों के लिए 10 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाता है। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अनुसार नीति के तहत 332 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है, जिनमें से 50 का काम पूरा हो चुका है।
वहीं जून में राज्य स्तरीय परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी है। वहीं राज्य स्तरीय एंपावर्ड समिति द्वारा जून में 52 प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई है। इनमें फ्रोजन फूड, बेकरी, चिप्स-नमकीन, फ्रूट जूस, लालीपाप कैंडी, दुग्ध प्रसंस्करण आदि से संबंधित प्रसंस्करण इकाइयां शामिल हैं।
नीति के संचालन के लिए राज्य स्तरीय समिति ने इन इकाइयों में एफएसएसएआइ मानकों के अनुसार गुणवत्तायुक्त उत्पाद तैयार कराने और फूड टेक्नोलाजिस्ट की तैनाती के निर्देश दिए हैं। एफएसएसआइ के मानकों के तहत खाद्य पदार्थों की सुरक्षा और गुणवत्ता प्रमुख होती है।
उत्पाद का सुरक्षित और पौष्टिक होना चाहिए। पैकिंग पर खाद्य पदार्थों की सामग्री, एक्सपायरी डेट और पोषण संबंधी जानकारी दिया जाना भी इसमें शामिल है।
फूड टेक्नोलाजिस्ट खाद्य प्रसंस्करण, उत्पादों की गुणवत्ता से लेकर पैकेजिंग तक में खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के सिद्धांतों का पालन कराने का काम करेगा। सामग्री में मिलावटी आदि का पता लगाएगा। नए स्वास्थ्यवर्धक व बाजार की मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार कराएगा।
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