'वित्तीय ठीक तो सारी व्यवस्थाएं ठीक', वित्त मंत्री सुरेश खन्ना बोले- फाइलें न लटकाएं, ईमानदारी से करें कार्य
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कर्मचारियों के आचरण से विभाग और सरकार की छवि बनती है। उन्होंने सभी से ईमानदारी से काम करने और फाइलों को बिना वजह लटकाने से बचने का आग्रह किया। वित्त एवं लेखा सेवा संघ के वार्षिक अधिवेशन में उन्होंने वित्तीय अनुशासन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने पत्रिका वीक्षा का विमोचन किया और संघ की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि कार्मिकों के कार्य व्यवहार से विभाग और सरकार की छवि बनती है। सभी कार्मिक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करें। पत्रावलियों को अकारण लटकाया न जाए। इस बात की कोशिश की जाए कि पत्रावलियां जल्द से जल्द निस्तारित हो सकें।
सोमवार को वित्त, लेखा प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में उत्तर प्रदेश वित्त एवं लेखा सेवा संघ के वार्षिक अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि वित्त मंत्री शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि वित्त एवं लेखा विभाग प्रदेश का महत्वपूर्ण विभाग है। प्रदेश का वित्तीय अनुशासन बनाए रखने में इसकी अहम भूमिका है। जिस प्रदेश की वित्तीय व्यवस्था ठीक होती हैं उस प्रदेश की सारी व्यवस्थाएं ठीक रहती हैं।
वित्त मंत्री ने वार्षिक पत्रिका वीक्षा का किया विमोचन
इस मौके पर वित्त मंत्री ने संघ की वार्षिक पत्रिका वीक्षा का विमोचन किया। वित्त एवं लेखा सेवा संघ के सचिव द्वारा रखी गई मांगों पर उन्होंने कहा कि जो भी उचित मांगें हैं उन्हें पूरा करने के लिए सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा। सकारात्मक निर्णय लिए जाएंगे।
अधिवेशन में संघ के पदाधिकारियों का चुनाव भी हुआ। जिसमें निशांत उपाध्याय अध्यक्ष और शालीग्राम महासचिव चुने गए। पवन द्विवेदी व शालिनी सिंह उपाध्यक्ष, मनोज कुशवाहा, हिमांचल यादव तथा अंकिता सिंह चौहान सचिव चुनी गईं। अध्यक्ष पद के लिए निशांत उपाध्याय व दीपक सिंह आमने सामने थे। निशांत उपाध्याय ने दीपक सिंह को 75 वोटों से हराया।

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