जिन्हें पुलिस सलाम करती थी, वो अब हाथ जोड़ने को मजबूर; यूपी के पूर्व DGP ने सुनाई माफियाओं की करतूतें
उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक बृजलाल ने कहा कि योगी सरकार में माफिया हाथ जोड़ने को मजबूर हैं, जबकि पहले पुलिस उन्हें सलाम करती थी। कृष्णानंद राय की हत्या में शामिल अपराधियों की बैठक की जानकारी होने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। अब प्रदेश में माफिया या तो खत्म हो गए हैं या माला जप रहे हैं। सरकार ने लूटा हुआ धन वापस करने का वादा किया है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। यूपी के पूर्व पुलिस महानिदेशक व राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने कहा, पूर्व की सरकारों में जिन माफियाओं को पुलिस अधिकारी सलाम करने जाते थे, वो योगी सरकार आने के बाद हाथ जोड़ने काे मजबूर हो गए थे। कृष्णानंद राय की हत्या से पहले माफियाओं की बड़ी बैठक में शहाबुद्दीन, सिराज, मुन्ना बजरंगी व जीवा जैसे कुख्यात अपराधी शामिल थे, पुलिस को सूचना होने के बाद भी कोई अधिकारी जांच करने नहीं पहुंचा था। उन्हें डर था कि यदि जांच करने जाएंगे तो उन पर कार्रवाई हो जाएगी।
डालीबाग स्थित एकता वन में गरीबों को फ्लैटों के आवंटन वितरण कार्यक्रम में उन्होंने कहा, राय की हत्या करने के लिए लाइट मशीनगन मंगाई गई थी। शैलेंद्र प्रताप सिंह ने जांबाजी का परिचय देकर उस मशीनगन को बरामद कर लिया था। शैलेंद्र को इतना प्रताड़ित किया गया कि उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। राय की हत्या में 600 गोलियां चलीं थी उनमें से 67 गोलियां कृष्णानंद को लगी थी। पूर्व डीजीपी ने कहा, अब माफिया खत्म हो गए हैं या फिर माला जप रहे हैँ।
वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा, आवास वितरण पूरे देश को संदेश देने वाला भव्य आयोजन है। शहरीकरण के लिए सरकार निरंतर कार्य कर रही है, बदलाव अब दिख रहा है। यूपी अब एक्सप्रेस वे, अत्याधुनिक एयरपोर्ट वाला प्रदेश बन गया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा, एक समय था, जब सफारी वाहन में खुलेआम स्टेनगन लेकर माफिया चलते थे लेकिन, जब यूपी में संत की सरकार आई तो समाज में बसंत आ गया। प्रदेश सरकार का पक्का वादा है जिसने लूटा है उसे लौटाना होगा।

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