UP News: बिजली निजीकरण का टेंडर निकालने की तैयारी, कर्मियों ने कहा- जेल भरो आंदोलन शुरू करेंगे
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों का निजीकरण करने जा रहा है जिसका बिजली कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। टेंडर जुलाई के पहले पखवाड़े में जारी होने की संभावना है। कर्मचारियों ने टेंडर जारी होते ही जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है। नियामक आयोग में निजीकरण के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का टेंडर जुलाई के पहले पखवाड़े में कभी भी निकाला जा सकता है।
इससे पहले प्रबंधन द्वारा उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिडिंग डाक्यूमेंट पर उठाए गए सवालों का जवाब देने की तैयारी है। आयोग में जवाब दाखिल करने के बाद प्रबंधन टेंडर जारी करेगा।
निजीकरण का विरोध कर रहे बिजलीकर्मियों ने टेंडर निकलते ही जेल भरो आंदोलन शुरू कर देने की चेतावनी प्रबंधन को दी है। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा है कि प्रबंधन जुलाई के दूसरे सप्ताह तक निजीकरण का टेंडर निकालने की तैयारी में है।
प्रबंधन द्वारा ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि पांच लाख रुपये जमा कराने के बाद ही टेंडर में शामिल होने के लिए कोई कंपनी टेंडर की शर्तों को देख सकेगी। उन्होंने सोमवार को निजीकरण के खिलाफ नियामक आयोग में लोक महत्व का प्रस्ताव दाखिल किया। जिसमें लिखा है कि निजीकरण में निजी घरानों की मिलीभगत से बड़ा भ्रष्टाचार करने की साजिश है।
दूसरी तरफ विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि प्रबंधन ऊर्जा निगमों में आपातकाल लगाकर टेंडर जारी करने की कोशिश में है। कहा है कि जिस बिडिंग डाक्यूमेंट के आधार पर निजीकरण किया जा रहा है, उसे सार्वजनिक किया जाए। चेतावनी दी है कि टेंडर जारी होते ही बिजलीकर्मी जेल भरो आंदोलन करेंगे।
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