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    UPPCL: बिजली विभाग ने पहली बार की ऐसी घोषणा, उपभोक्ताओं को मिलेगा फायदा; बकाया बिल से भी छुटकारा

    Updated: Sun, 08 Dec 2024 08:08 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने पहली बार बकाया बिजली बिल वसूली के लिए 10% प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है। यह राशि विद्युत सखी मीटर रीडर जनसेवा केंद्र और अधिकृत एजेंटों को मिलेगी। मध्यांचल के 19 जिलों में 9235 करोड़ रुपये बकाया है। योजना से वसूली बढ़ाने और प्रोत्साहन राशि के वितरण पर जोर दिया गया है। वसूली से एजेंटों को करोड़ों रुपये मिल सकते हैं।

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    बिजली का बकाया बिल जमा कराने पर दस प्रतिशत मिलेगी प्रोत्साहन राशि - प्रतीकात्मक तस्वीर।

    अंशू दीक्षित, लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड ने अपना बकाया बिजली बिल वसूलने के लिए पहली बार दस प्रतिशत प्रोत्साहन राशि की घोषणा की है। यह प्रोत्साहन राशि विद्युत सखी, मीटर रीडर, जनसेवा केंद्र व अधिकृत एजेंटों को दी जाएगी। बकाएदार को जो छूट मिल रही होगी, उस राशि से यह प्रोत्साहन राशि विद्युत सखी, मीटर रीडर, जनसेवा केंद्र व अधिकृत एजेंटों के खाते में पहुंचेगी।

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    मध्यांचल के 19 जिलों में करीब 9,235 करोड़ रुपये बकाया है और देर से भुगतान पर अधिभार (एलपीएससी) की राशि साढ़े छह हजार करोड़ से अधिक है। बचा हुआ बकाया वसूलने के लिए कई सौ करोड़ रुपये सिर्फ प्रोत्साहन राशि के रूप में खर्च करना होगा।

    प्रोत्साहन राशि का फंडा

    बिजली विभाग ने बकाया बिल जमा कराने के लिए प्रोत्साहन राशि का फंडा निकाला है। इनमें कुछ मीटर रीडर, विद्युत सखी, जन सेवा केंद्र संचालक व अधिकृत एजेंट को दस प्रतिशत की राशि कमाने का सुनहरा मौका मिला है। इसलिए वह बकाएदारों की सूची लेकर मुहल्ले में घूम रहे हैं और बिल जमा कराने के लिए बकाएदारों को योजना का लाभ समझाना शुरू कर दिया है।

    इनमें कुछ तो अपनी प्रोत्साहन राशि से भी तीन से पांच प्रतिशत प्रोत्साहन राशि आने पर पैसा बकाएदार को वापस करने की बात कह रहे हैं। बशर्तें बकाएदार पूरा बकाया समय से जमा कर दे। मध्यांचल के 19 जिलों 66 लाख से अधिक बकाएदार हैं, इनमें घरेलू, वाणिज्य, निजी संस्थान, छोटे उद्योग वाले भी हैं।

    लखनऊ में ग्रामीण क्षेत्र के बिजली उपकेंद्रों पर सिर्फ 137 करोड़ से अधिक बकाया है। इनमें घरेलू ब्याज यानी एलपीएससी 71 करोड़ से अधिक है। अगर यह पूरा पैसा जमा हो जाए तो एजेंटों को सात करोड़ सिर्फ प्रोत्साहन राशि मिल जाएगी।

    पहली बार प्रोत्साहन राशि विद्युत सखी, मीटर रीडर, जन सेवा केंद्र व अधिकृत एजेंट सरल जैसी एजेंसियों को दिया जाएगा। यह राशि उनके खाते में जाएगी। योजना का प्रचार प्रसार अधिक से अधिक किया जा रहा है। - योगेश कुमार, निदेशक (वाणिज्य), मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड