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    UP Election 2022: बढ़ती उम्र पर भारी विधानसभा पहुंचने की हसरत, चुनावी वादों संग नाप रहे गली

    By Dharmendra MishraEdited By:
    Updated: Sun, 06 Feb 2022 02:41 PM (IST)

    शहर में सबसे अधिक उम्र वाले सपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा की व्यस्तता इन दिनों बढ़ गई है। रात में भी प्रचार कर रहे हैं। कभी रकाबगंज की तंग गलियों से गुजरते हुए रविदास मेहरोत्रा लाइन पाकर करके दूसरी तरफ जाने में जरा भी नहीं हिचक रहे हैं।

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    यूपी विधानसभा चुनाव में घर-घर पहुंच रहे पार्टियों के उम्मीदवार।

    लखनऊ [निशांत यादव] । शहर में सबसे अधिक उम्र वाले सपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा की व्यस्तता इन दिनों बढ़ गई है। उनकी सुबह समर्थकों की चहलकदमी से हो रही है तो रात क्षेत्र में अपने प्रचार करने तक बीत रही है। कभी रकाबगंज की तंग गलियों से गुजरते हुए रविदास मेहरोत्रा लाइन पाकर करके दूसरी तरफ जाने में जरा भी नहीं हिचक रहे हैं। मधुमेह रोगी रविदास समर्थकों के बीच पहुंचकर चाय पीने से परहेज तो करते हैं लेकिन नमकीन का स्वाद लेकर उनका सम्मान भी रखते हैं। लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र से लड़ रहे रविदास मेहरोत्रा मतदाताओं के हाथ में वह फार्म भी होता है जिसमें सपा सरकार आने पर 300 यूनिट फ्री बिजली देने की चुनावी घोषणा की गई है।

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    पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा 2017 के चुनाव में भाजपा के ब्रजेश पाठक से हार गए थे। लिहाजा चुनाव प्रचार में वह मंत्री ब्रजेश पाठक पर निशाना साधना नहीं भूलते। शनिवार को रविदास मेहरोत्रा की दिनचर्या सुबह आठ बजे कैसरबाग स्थित आवास आने वाले समर्थकों के बीच शुरू होती है। अपने सहायक हमजा से वह दिन भर के कार्यक्रम की सूची मंगवाते हैं। इसके बाद सभी समर्थकों से समन्वय कर उसे अंतिम रूप देकर 10 बजे घर से निकल पड़ते हैं। उनका पहला पड़ाव लखनऊ सिटी स्टेशन के सामने वाला मोहल्ला रहा। यहां रूकते ही एक महिला मतदाता से रविदास मेहरोत्रा का सामना हुआ। महिला को 1090 जैसी सपा सरकार की उपलब्धि के नाम पर वोट देने की अपील करते हुए वह इलाके में जनसंपर्क करते हैं। यहां से निकलकर पांडेयगंज मंडी पहुंचे रविदास मेहरोत्रा पहले व्यापारियों के बीच पहुंचते हैं। सामने शास्त्रीनगर की गलियों में उतरते ही रविदास एक-एक दरवाजा खटखटाकर उनको अपना पर्चा सौंपकर वोट मांगते हैं। लाइन किनारे वाली गली समाप्त होते ही रेलिंग के एक तंग हिस्से से गुजरकर स्लीपर पर चढ़ते हुए दो रेल लाइन पार कर दूसरी ओर कुंडरी रकाबगंज की ओर आ जाते हैं। समर्थकों की नारेबाजी के बीच नगर कोषाध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव भी अपने घर से बाहर निकल आते हैं। रविदास मेहरोत्रा को फिर मौका देने का नारा लगाते हुए संतोष श्रीवास्तव भूल जाते हैं कि उन्होंने मोजे के ऊपर जूता की जगह स्लीपर चप्पल पहन रखी है। जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम जैसे नाराें के बीच रविदास यहियागंज, नादान महल रोड, बिरहाना, शास्त्रीनगर होकर दोपहर को नगर कार्यालय पहुंचते हैं। यहां विधानसभा की चुनाव संचालन समिति के साथ मंथन कर रविदास रामनगर, खजुआ, तकिया चांद अलीशाह और छोटा रामलीला मैदान में अपना शनिवार का जनसंपर्क पूरा करते हैं।

    से नामांकन करने वाले रविदास मेहरोत्रा के कैसरबाग स्थित आवास पर सुबह आठ बजे से ही समर्थकों का जमावड़ा रहता है। रविदास मेहरोत्रा पहले से तय इलाकों में जनसंपर्क के लिए अब 10 बजे निकल पड़ते हैं। सर्दी में सितम ढा रही शीतलहरी भी रविदास मेहरोत्रा