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    UP Election 2022: सातवें चरण में दांव पर सात मंत्रियों की प्रतिष्ठा, सात को नौ जिलों में मतदान

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Sat, 05 Mar 2022 07:12 PM (IST)

    UP Vidhan Sabha Election 2022 सातवें चरण में सियासत के कई धुरंधरों की किस्मत का भी फैसला होगा। इस चरण में योगी आदित्यनाथ सरकार के सात मंत्रियों की साख दांव पर है। 54 सीटों पर कुल 613 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं ।

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    UP Vidhan Sabha Chunav 2022: 54 सीटों पर चुनाव

    लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए सात चरणों में होने वाले चुनाव के अंतिम चरण में भी योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। सात मार्च को चुनाव के मैदान में बाहुबली भी अपना दम-खम दिखाने उतरे हैं। अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत पूर्वांचल के नौ जिलों की 54 सीटों पर चुनाव होगा। सातवें चरण में राजनीति के कई दिग्गजों के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार के सात मंत्रियों की परीक्षा होगी। छहवर्तमान मंत्री हैं जबकि एक विधान सभा चुनाव की घोषणा के बाद मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर भाजपा छोड़ सपा मे शामिल हो चुके हैं।

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    सातवें चरण में आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर, सोनभद्र और भदोही जिलों में मतदान होना है। इन जिलों की 54 सीटों पर कुल 613 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जिनके भाग्य का फैसला 2.06 करोड़ मतदाता करेंगे। पिछले चुनाव में इन 54 सीटों में से भाजपा ने 29, सपा ने 11, बसपा ने छह, अपना दल (एस) ने चार, सुभासपा ने तीन और निषाद पार्टी ने एक सीट जीती थी। इस बार निषाद पार्टी तथा अपना दल (एस) को भाजपा के साथ ही हैं, लेकिन सुहेलदेव बहुजन समाज पार्टी का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन हो गया है।

    सातवें चरण में सियासत के कई धुरंधरों की किस्मत का भी फैसला होगा। इस चरण में योगी आदित्यनाथ सरकार के छह मंत्रियों की साख दांव पर है। कैबिनेट मंत्री रहे दारा सिंह चौहान सपा छोड़ भाजपा का दामन थाम चुके हैं। सातवें चरण के रण में उतरे पांच वर्तमान मंत्रियों में एक कैबिनेट, दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और दो राज्य मंत्री स्तर के हैं। तीन मौजूदा मंत्री तो वाराणसी की सीटों पर फिर चुनाव मैदान में हैं। सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर वाराणसी की शिवपुर सीट से फिर किस्मत आजमा रहे हैं। स्टांप एवं निबंधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल वाराणसी उत्तर, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नीलकंठ तिवारी वाराणसी दक्षिण, आवास एवं शहरी नियोजन राज्यमंत्री गिरीश यादव जौनपुर व ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल मीरजापुर की मडि़हान से चुनाव लड़ रहे हैं। गाजीपुर के गाजीपुर सदर विधानसभा से मंत्री संगीता बलवंत तथा सोनभद्र के ओबरा विधानसभा क्षेत्र से मंत्री संजीव गोंड की प्रतिष्ठा दांव पर है।वन एवं पर्यावरण मंत्री रहे दारा सिंह चौहान विधान सभा चुनाव की घोषणा के बाद मंत्री पद से त्यागपत्र देकर भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो चुके हैं। वह मऊ की घोसी सीट से सपा प्रत्याशी हैं। 

    इनके साथ ही नौवीं बार विधान सभा पहुंचने की तैयारी कर रहे दुर्गा प्रसाद यादव आजमगढ़ सीट से सपा प्रत्याशी हैं। पांचवीं बार विधायक बनने के लिए बतौर सपा प्रत्याशी आजमगढ़ की निजामाबाद सीट से आलमबदी आजमी, जौनपुर की शाहगंज सीट से शैलेंद्र यादव ललई और भदोही की ज्ञानपुर सीट से प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के उम्मीदवार विजय मिश्रा मैदान में हैं। सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर की जहूराबाद सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व सांसद तूफानी सरोज सपा उम्मीदवार के रूप में जौनपुर की केराकत सीट से ताल ठोक रहे हैं। बाहुबली छवि के पूर्व सांसद धनंजय सिंह जौनपुर की मल्हनी सीट से जदयू उम्मीदवार हैं तो विधायक मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अपने पिता की मऊ सीट पर किस्मत आजमा रहे हैं। अब देखना है कि दस मार्च को इनकी किस्मत ने कितना साथ दिया है।