Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    संजय सिंह का आरोप- योगी सरकार शिक्षा विरोधी, स्कूल बंद कर रही, शराब की दुकानें खोल रही

    Updated: Mon, 14 Jul 2025 09:42 PM (IST)

    आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर शिक्षा विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लाखों बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं लेकिन हज़ारों स्कूल बंद हो रहे हैं या जर्जर हालत में हैं जबकि शराब की दुकानें तेज़ी से बढ़ रही हैं। उन्होंने सरकार पर शिक्षकों की भर्ती न करने और स्कूलों को बर्बाद करने का आरोप लगाया।

    Hero Image
    27 हजार स्कूल बंद करने पर सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर साधा निशाना।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर शिक्षा विरोधी मानसिकता रखने का गंभीर आरोप लगाया।

    उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि जिस प्रदेश में लाखों बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं, वहां हजारों स्कूल या तो बंद कर दिए गए हैं या जर्जर हालत में चल रहे हैं, और दूसरी तरफ शराब की दुकानों की बाढ़ आई हुई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    संजय सिंह ने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में प्राथमिक स्तर पर 1.93 लाख शिक्षकों के पद खाली हैं। माध्यमिक में 3,872 और वरिष्ठ माध्यमिक में 8,714 शिक्षक नहीं हैं।

    मतलब ये कि सरकार खुद मानती है कि करीब 2 लाख शिक्षक नहीं हैं, लेकिन फिर भी उनकी भर्ती की कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई। कई जिलों में ऐसे प्राथमिक विद्यालय चल रहे हैं जहां सिर्फ एक शिक्षक पूरे स्कूल को संभाल रहा है। प्रयागराज जिले में ही 633 स्कूल खतरनाक घोषित किए जा चुके हैं जिनकी इमारतें गिरने की हालत में हैं।

    उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने अब तक 27,000 से ज़्यादा सरकारी स्कूल बंद कर दिए हैं और अब 5,000 और स्कूलों को बंद करने की तैयारी में है, यह कहते हुए कि वहां बच्चों की संख्या कम है। लेकिन बच्चों की संख्या इसलिए कम है क्योंकि सरकार ने शिक्षक नहीं दिए, सुविधाएं नहीं दीं, और स्कूलों को खुद ही बर्बाद किया।

    संजय सिंह ने कहा कि ये सब उस सरकार के राज में हो रहा है जो हर दिन ‘डबल इंजन सरकार’ की दुहाई देती है। जब स्कूल बंद हो रहे थे, तब सरकार ने प्रदेश के खाली खजाने प्रदेश में 27,308 शराब की दुकानें खोल दीं। सरकार को शिक्षा की नहीं, शराब के ठेकों की चिंता है।

    यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में प्रति छात्र शिक्षा पर सिर्फ ₹9,167 सालाना खर्च हो रहा है, जो कि राष्ट्रीय औसत ₹12,768 से कहीं कम है।

    उन्होंने कहा कि योगी सरकार का असली चेहरा अब जनता के सामने आ चुका है – यह सरकार नहीं चाहती कि गरीब, दलित, पिछड़ा और किसान का बच्चा पढ़-लिखकर आगे बढ़े। इसीलिए शिक्षा को पूरी तरह से तबाह किया जा रहा है, स्कूलों को या तो मर्ज कर दिया गया है या उन्हें खस्ताहाल छोड़ दिया गया है।

    आम आदमी पार्टी ने पूरे प्रदेश में ‘स्कूल बचाओ आंदोलन’ शुरू किया है। हम गांव-गांव जाकर जनता को बताएंगे कि योगी सरकार बच्चों से किताबें छीनकर शराब की बोतल थमा रही है। हम ‘मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए’ के नारे के साथ यह आंदोलन तब तक चलाएंगे जब तक प्रदेश में हर बच्चे को शिक्षक, स्कूल और शिक्षा का अधिकार नहीं मिल जाता।

    संजय सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि योगी सरकार ने तुरंत शिक्षक भर्ती, स्कूलों की मरम्मत और बंद स्कूलों को फिर से शुरू करने की दिशा में कदम नहीं उठाया तो आम आदमी पार्टी यह मुद्दा सड़क से सदन तक जोरशोर से उठाएगी। और हर मोर्चे पर सरकार को बेनकाब करेंगी।