यूपी में डिजिटल रजिस्टर में पिछड़े बच्चे, 1.32 करोड़ में सिर्फ 38 लाख की दर्ज हो रही ऑनलाइन हाजिरी
उत्तर प्रदेश में डिजिटल रजिस्टर में बच्चों की उपस्थिति दर्ज करने में कमी देखी जा रही है। राज्य में 1.32 करोड़ बच्चों में से केवल 38 लाख की ही ऑनलाइन ह ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी उम्मीद के मुताबिक दर्ज नहीं हो पा रही है। डिजिटल रजिस्टर के जरिये अभी 30 प्रतिशत से भी कम बच्चों की उपस्थिति दर्ज हो रही है।
कई जिलों में तो यह आंकड़ा एक से तीन प्रतिशत तक सिमट गया है। सीएम डैशबोर्ड से बच्चों की उपस्थिति के आंकड़े हटने के बाद जिलों की रुचि भी इस व्यवस्था में कम होती दिख रही है।
प्रदेश में कुल 1,32,829 परिषदीय विद्यालय हैं, जिनमें 1,29,52,172 बच्चे पंजीकृत हैं। लेकिन प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से अब तक सिर्फ 38,142 विद्यालयों का ही डाटा नियमित रूप से दर्ज हो पा रहा है।
प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज 16 दिसंबर के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश भर में केवल 31,29,783 बच्चों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की गई, जबकि 7,41,778 बच्चे अनुपस्थित दिखाए गए हैं।
बहराइच, बलरामपुर, बदायूं, देवरिया, गोंडा, महराजगंज, महोबा और श्रावस्ती जैसे जिलों में पांच प्रतिशत से भी कम बच्चों की डिजिटल हाजिरी दर्ज हो रही है। शिक्षकों के अनुसार कम उपस्थिति का एक बड़ा कारण एसआइआर (मतदाता गहन पुनरीक्षण) में शिक्षकों की ड्यूटी लगना है।
इसके अलावा, कुछ प्रधानाध्यापक भी बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करने में इसलिए पीछे हैं, क्योंकि उन्हें आशंका है कि बच्चों की शत-प्रतिशत डिजिटल हाजिरी के बाद शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति को लेकर भी दबाव बढ़ सकता है।
उधर, सीएम पोर्टल से ऑनलाइन हाजिरी के आंकड़े हटाए जाने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग भी इस मामले में सख्ती नहीं दिखा रहा है। फिलहाल जिलों को सिर्फ यह निर्देश दिए जा रहे हैं कि बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी नियमित रूप से दर्ज कराई जाए।

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