विकसित यूपी के लिए युवाओं ने दिए 20 लाख से अधिक सुझाव, पोर्टल पर अब तक जनता ने भेजे 42 लाख से अधिक सुझाव
उत्तर प्रदेश को विकसित बनाने के लिए युवाओं ने 20 लाख से ज्यादा सुझाव दिए हैं। राज्य सरकार के पोर्टल पर अब तक 42 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं। युवाओं की सक्रिय भागीदारी प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और सरकार को नई दिशा मिलेगी।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 विजन डाक्यूमेंट के लिए जनता ने पोर्टल के माध्यम से अब तक 42 लाख से अधिक सुझाव भेजे हैं। सबसे अधिक 20.5 लाख सुझाव 31 वर्ष से कम आयु के युवाओं ने दिए हैं। 31 से 60 वर्ष की आयु के बीच के लोगों ने भी 19.7 लाख सुझाव दे दिए हैं।
विकसित यूपी का दस्तावेज तैयार करने के लिए जनता भी अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। गुरुवार तक 42,27,215 सुझाव जनता से मिल गए थे। इनमें 32,90,660 सुझाव ग्रामीण क्षेत्रों से और 9,36,556 सुझाव नगरीय क्षेत्रों से आए हैं। आयु वर्ग के लिहाज से देखा जाए तो 20,49,797 सुझाव 31 वर्ष से कम आयु युवाओं ने दिए हैं।
19,70,776 सुझाव 31 से 60 वर्ष की आयु के बीच के लोगों ने दिए हैं। 2,06,646 सुझाव 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों से मिले हैं। शिक्षा, कृषि, ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए जनता की तरफ से सबसे अधिक सुझाव आ रहे हैं। संभल जिले से सबसे अधिक सुझाव आए हैं। सुझाव भेजने वाले शीर्ष पांच जिलों में जौनपुर, प्रतापगढ़, बिजनौर और गोरखपुर शामिल हैं।
अयोध्या से आए एक सुझाव में ग्रामीण क्षेत्रों के चतुर्दिक विकास के साथ ही डिजिटल कनेक्टिविटी और स्वरोजगार के लिए कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कही गई है। लखनऊ से आए एक सुझाव में प्रदेश को सनातन संस्कृति और विरासत का वैश्विक केंद्र बनाने पर बल दिया गया है।
वाराणसी के एक व्यक्ति ने सिंचाई प्रणाली को आधुनिक बनाते हुए नहरों को पक्का करने व सूक्ष्म सिंचाई तकनीक अपनाने का सुझाव दिया है।
गोशालाओं के गो पूजन कार्यक्रम में सहभागी बने जनप्रतिनिधि: धर्मपाल सिंह
पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह नेे सभी जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के दिन वे अपने क्षेत्र में संचालित गो-आश्रय स्थलों में आयोजित होने वाले गो-पूजन कार्यक्रम में सहयोग प्रदान करें।
जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति एवं सहयोग सरकार के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। इससे लोगों में गोसेवा एवं गो संवर्धन के प्रति रुचि उत्पन्न होगी।
पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में अब तक 7608 गो-आश्रय स्थलों की स्थापना करके 12.40 लाख निराश्रित गोवंश का संरक्षण किया जा चुका है। आश्रय स्थलों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है।
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