यूपी राज्य निर्वाचन आयोग पंजीकृत अमान्यता प्राप्त पार्टियों को लेकर गंभीर, सुनवाई से गायब रहे 94 दल
UP State Election Commission पिछले छह वर्षों के दौरान इन राजनीतिक दलों ने कोई भी चुनाव नहीं लड़ा है। इन दलों के अध्यक्षों महासचिवों को अपना प्रत्यावेदन शपथपत्र जरूरी अभिलेखों के साथ मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में जमा करने और 21 जुलाई को सुनवाई में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग पंजीकृत अमान्यता प्राप्त पार्टियों को लेकर बेहद गंभीर हो गया है। इन दलों ने पिछले छह वर्षों के दौरान कोई चुनाव नहीं लड़ा है और न ही आयोग के पास इनका विस्तृत विवरण ही नहीं है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने 119 पंजीकृत अमान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को सुनवाई के लिए बुलाया था, किंतु 25 दलों के प्रतिनिधि ही सुनवाई के लिए पहुंचे। 94 दल सुनवाई के लिए नहीं आए। उन्होंने प्रत्येक दल के दस्तावेजों का परीक्षण किया। सभी से अंशदान रिपोर्ट, वार्षिक लेखा परीक्षण रिपोर्ट और निर्वाचन व्यय विवरणी आदि के बारे में जानकारी ली।
पिछले छह वर्षों के दौरान इन राजनीतिक दलों ने कोई भी चुनाव नहीं लड़ा है। इन दलों के अध्यक्षों, महासचिवों को अपना प्रत्यावेदन, शपथपत्र, जरूरी अभिलेखों के साथ मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में जमा करने और 21 जुलाई को सुनवाई में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे। तय तिथि पर 94 पंजीकृत अमान्यता प्राप्त राजनीतिक दल नहीं पहुंचे।
आदर्श लोकदल फतेहपुर, आदर्श मानवतावादी पार्टी लखनऊ, आदर्श व्यवस्था पार्टी देवरिया, अखिल भारतीय राष्ट्रीय परिवार पार्टी वाराणसी, अखिल भारतीय विकास कांग्रेस पार्टी लखनऊ, अखिल राष्ट्रवादी पार्टी कासगंज, आजाद भारत पार्टी (यूनाइटेड) वाराणसी, बहुजन विजय पार्टी गोरखपुर, देशहित पार्टी देवरिया, इंडिया राइजिंग पार्टी कन्नौज, जन विकासपार्टी लखनऊ, कठोर शासन पार्टी बिजनौर, लोकतांत्रिक युवाशक्ति पार्टी आगरा, पूर्वांचल जनता दल बलिया, राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति पार्टी गौतमबुद्ध नगर, समता समाजवादी कांग्रेस पार्टी वाराणसी, पश्चिमी उप्र विकास पार्टी गौतमबुद्धनगर, इंडियन बहुजन समाजवादी पार्टी बिजनौर, राष्ट्रीय कांग्रेस (जे.) पार्टी मुरादाबाद, नवजन क्रांति पार्टी वाराणसी, गांधी एकता पार्टी वाराणसी, शांति मोर्चा गाजियाबाद, राष्ट्रवादी प्रताप सेना हापुड़, भारतीय संगठित पार्टी (एस.) गाजियाबाद एवं देशभक्त निर्माण पार्टी मऊ के राष्ट्रीय अध्यक्ष/महासचिव सुनवाई में मौजूद थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।