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    UP Cabinet Meeting: योगी कैब‍िनेट का बड़ा फैसला, लखनऊ-कानपुर में दस-दस मार्गों पर चलेंगी निजी ई-बसें

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 04:03 PM (IST)

    UP Cabinet Meeting News कानपुर और लखनऊ के दस-दस मार्गों पर निजी ई-बसें चलेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। दोनों ही शहरों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ई-बसों का संचालन नेट कास्ट कांट्रैक्ट (एनसीसी) माडल पर होगा। कुल 12 साल के लिए ई-बस चलाने का लाइसेंस दिया जाएगा।

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कानपुर और लखनऊ के दस-दस मार्गों पर निजी ई-बसें चलेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। दोनों ही शहरों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ई-बसों का संचालन नेट कास्ट कांट्रैक्ट (एनसीसी) माडल पर होगा। कुल 12 साल के लिए ई-बस चलाने का लाइसेंस दिया जाएगा।

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    नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि नेट कास्ट कांट्रैक्ट माडल में सरकार निजी संचालकों को ई-बस सेवा चलाने का लाइसेंस देगी। संचालन का मार्ग सरकार तय करेगी। किराया लखनऊ व कानपुर में चल रही सिटी बसों के लिए तय दर के अनुसार होगा। चार्जिंग के लिए सभी व्यवस्था निजी संचालक को करनी होगी।

    बसों की पार्किंग व चार्जिंग का स्थान सरकार दी। चार्जिंग पाइंट पर बिजली कनेक्शन की व्यवस्था सरकार करेगी। ड्राइवर, कंडक्टर निजी संचालक को उपलब्ध कराना होगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मार्ग पर 10-10 ई-बसे चलाने का प्रस्ताव है। शुरुआत एक-एक बस से होगी। इसके बाद बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। कुल 200 बसें चलाने का प्रस्ताव इन मार्गों पर हैं।

    ई-बस संचालन में 10.30 करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च आएगा। इसमें बसों की खरीद पर लगभग 9.50 करोड़ रुपये और चार्जर-उपकरण पर 80 लाख रुपये का खर्च संभावित है। संचालक को नौ मीटर की बस उपलब्ध करानी होगी।जिसमें 28 बैठने की सीटें व 13 यात्रियों को खड़ा करके ले जाने की क्षमता होगी।

    मंत्री ने बताया कि एक मार्ग पर एक ही निजी संचालक बस चलाएगा। अनुबंध होने के 90 दिन के अंदर संचालक को ई-बस का प्रोटोटाइप देना होगा। सरकार इसकी समीक्षा करेगी। इसके बाद ई-बसों की आपूर्ति होगी। एक साल के अंदर बस का संचालन शुरू करना होगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नगरीय परिवहन निदेशालय प्रदेश के 15 नगर निगमों में 743 ई-बसों का संचालन करता है। इसमें 700 बसों का संचालन निदेशालय ग्रास कास्ट कांट्रैक्ट (जीसीसी) मोड में कर रही है। इसमें केंद्र सरकार ने निजी संचालकों को छूट की व्यवस्था की थी।

    लखनऊ में इन मार्गों पर चलेंगी ई-बसें

    चारबाग से बाराबंकी, चारबाग से देवा, चारबाग से कुर्सी, कमता से एयरपोर्ट, बालागंज से मोहनलालगंज, बालागंज से विराज खंड, घंटाघर से माल थाना, घंटाघर से संडीला, स्कूटर इंडिया से इंजीनियरिंग कालेज, दुबग्गा से गंगागंज

    कानपुर के इन मार्गों पर चलेंगी बसें

    घंटाघर से अकबरपुर, कानपुर रेलवे स्टेशन से बिंदकी, कानपुर रेलवे स्टेशन से बिठूर, कानपुर रेलवे स्टेशन से घाटमपुर, कानपुर रेलवे स्टेशन से आईआईटी, घंटाघर से मूसानगर, कानपुर सिटी सर्कुलर रोड, रामा देवी से जहानाबाद, फजलगंज से रूरा, कानपुर रेलवे स्टेशन से उन्नाव।