UP Budget Session 2023: मायावती ने राज्यपाल के अभिभाषण को सिरे से किया खारिज, लिखा- जनता को किया मायूस
बसपा प्रमुख मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण में गिनाई गईं उपलब्धियों को सिरे से खारिज किया है। मायावती की मानें तो राज्यपाल के अभिभाषण ने जनता को मायूस किया है। उन्होंने अपनी बात टि्वटर पर लिखी है।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो: बसपा प्रमुख मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण में गिनाई गईं उपलब्धियों को सिरे से खारिज किया है। मायावती की मानें तो राज्यपाल के अभिभाषण ने जनता को मायूस किया है। मायावती ने अपने ट्वीट में कहा कि, विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण लोगों को त्रस्त करती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन व अशांत माहौल आदि मामलों में सरकार द्वारा अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने का निरर्थक प्रयास करता दिखा।
मायावती ने कहा कि यूपी में सत्ता भोगी तत्वों को छोड़कर, सरकारी दावों के विपरीत, आज हर वर्ग, समाज व समुदाय सरकार की संकीर्ण एवं द्वेषपूर्ण नीतियों से दुखी है। लोगाें को उनका हक व इंसाफ नहीं मिल पाना सरकार की सबसे बड़ी विफलता है। सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे।
बढ़ता कर्ज बड़ी चुनौती
लखनऊ, राज्य ब्यूरो: अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ-साथ वित्तीय अनुशासन का पालन करना राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। ऋण का बढ़ता बोझ यह बता रहा है कि इस मोर्चे पर सरकार का प्रदर्शन तनिक लचीला रहा है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में राज्य सरकार की कुल ऋण ग्रस्तता 4,.45 लाख करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2020-21 तक करीब 5.65 लाख करोड़ रुपये हो गई है।
ऋण के सापेक्ष प्रति व्यक्ति कर्ज की बात की जाए तो इस अवधि के दौरान यह 18476 रुपये से बढ़कर करीब 26000 रुपये पहुंच गया है। सीधे शब्दों में समझे तो राज्य के हर नागरिक पर करीब 26 हजार रुपये का कर्ज है।
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